ASO on strike: लंबे इंतजार और आश्वासन के बाद रिजल्ट के लिए ASO के 896 युवा धरना देने को मजबूर

UPSSSC ने सहायक सांख्यिकी अधिकारी यानी ASO और सहायक शोध अधिकारी सांख्यिकी यानी AROS की भर्ती निकाली है।जिनमें कुल 896 पद थे। इसमें 225 सीएम योगी के प्रभाग में  तो वहीं 620 पद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के विभाग में भरे जाने थे। लेकिन इन पदों पर परीक्षा के बाद अभी रिजल्ट जारी नही किया गया है। जिसको लेकर अभ्यार्थी धरना-प्रदर्शन कर रहे है।

ASO on strike: लंबे इंतजार और आश्वासन के बाद रिजल्ट के लिए ASO के 896 युवा धरना देने को मजबूर

ASO on strike: साल 2019 में UPSSSC ने सहायक सांख्यिकी अधिकारी यानी ASO और सहायक शोध अधिकारी सांख्यिकी यानी AROS की भर्ती निकाली है।जिनमें कुल 896 पद थे। इसमें 225 सीएम योगी(cm yogi ) के प्रभाग में  तो वहीं 620 पद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) के विभाग में भरे जाने थे।

युवाओं कों फॉर्म भरवाने से लेकर आखिरी रिजल्ट जारी करने तक 4 साल बीत गए, लेकिन उन्हें सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला। 4 साल बाद अब फाइनल रिजल्ट को लेकर युवा सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। वो कभी पिकअप भवन के सामने धरना देते हैं, तो कभी ईको गार्डन में। वहीं बीते दिन 11 दिसंबर को भी करीब 150- 200 की संख्या में युवा अपनी मांग को लेकर यहां पहुंचे थे। 

2019 में निकली थी भर्ती, 2022 में हुई परीक्षा

साल 2019 में 19 सितंबर को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Subordinate Services Selection Commission) ने सहायक सांख्यिकी अधिकारी (Assistant Statistics Officer)और सहायक शोध अधिकारी सांख्यिकी (Assistant Research Officer Statistics) के 904 पदों पर भर्ती निकाली गई।

ये परीक्षा 2019 के आखिर में या फिर 2020 के शुरुआत में होनी थी लेकिन ऐसा हो नही सका। मार्च 2020 में कोविड आया यह भर्ती रुक गई। जब इस महामारी से हालात सही हुए तो 22 मई 2022 को परीक्षा करवाई गई। जिसके बाद जब रिजल्ट आया तो अभ्यर्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया कि  अब 896 पदों पर भर्ती होनी है।

जैसे तैसे 19 मई 2023 तक 2248 अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पूरा हुआ। जिसके बाद कहा गया कि इसी साल जून-जुलाई में फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इन सब के बाद सभी अभ्यर्थियों ने मिलकर संगठन बनाया और अपनी मांगों को लेकर कभी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से मिलने पहुंचे।

वे कभी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से मिलते तो कभी केशव प्रसाद मौर्या से। लेकिन इन सब के बावजूद भी फाइनल रिजल्ट नहीं आया। इन सब से परेशान होकर अभ्यर्थियों ने ईको गार्डन में डेरा डाल दिया। जहां वो सभी 2 नवंबर से धरने पर बैठ गए। हाल ही में वो सोमवार को अपनी मांगों को लेकर पिकअप भवन पहुंचे।

दबाव के बीच परीक्षा करवाई अब रिजल्ट नहीं दे रहे

परिक्षार्थियों का कहना है कि पहले तो परीक्षा नही करवाई जा रही थी, जब दबाव बनाया तब परीक्षा तो करवा दी गई लेकिन अब रिजल्ट जारी नही किया जा रहा है। मीडिया से बात चीत करते हुए एक अभ्यार्थी (अनिल कुमार गुप्ता) ने बताया कि वो चित्रकूट से है और इस भर्ती के अभ्यर्थी हैं। उनका कहना है कि पहले कोरोना का बहाना लेकर परीक्षा में बहुत देरी की गई। और अब रिजल्ट को लेकर। जबकि उस दौरान कई चुनाव करवाए गए।

जब हम परीक्षा करवाने को लेकर आयोग के सामने कई बार धरने पर बैठे तब जाकर कहीं इन्होंने परीक्षा करवाई। वहीं परीक्षा के एक साल बाद इन्होंने परिणाम जारी किया। जबकि यह आमूमन एक हफ्ते में ही संभव था। रिजल्ट के बाद इन्होंने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाया। इसके बाद भी पूरे 9 महीने बीत गए लेकिन इन्होंने फाइनल परिणाम जारी नहीं किया। 

वहीं हरदोई से आई पूनम प्रजापति ने बताया कि वो अपने एक साल के बच्चे को लेकर आई थीं। वह बताती है कि इस भर्ती में शामिल सभी लोग लगभग 30 साल के पार हो गए हैं। उनके पास अब नौकरी के लगभग विकल्प खत्म हो गए हैं। अब तो परिवार के लोग भी कहने लगे हैं कि कब तक इसके इंतजार में लखनऊ जाती रहोगी। लेकिन मेरे मन में एक उम्मीद है कि आगे चलकर भला होगा।

जानकारी के मुताबिक इस भर्ती में कुल 896 पद भरे जाने हैं।जिनमें 98% पद सीएम योगी और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के विभाग के अंतर्गत आते हैं। जबकि 620 पद ब्रजेश पाठक के विभाग का और 250 पद सीएम के विभाग से आते हैं। बाकी के पदों की भर्ती ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के विभाग से आती है। जिसमें यह पद 2019 से खाली हैं।