BJP mega Gaon Chalo campaign : 4 से 11 फरवरी तक देश के 7 लाख गांवों में जाएंगे पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता

आगामी लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा अब अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को देशभर के 7 लाख गांवों में उतारने जा रही है। भाजपा देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों से संपर्क साधने के लिए अगले महीने 4 से 11 फरवरी तक देशभर में मेगा 'गांव चलो अभियान' चलाने जा रही है।

BJP mega Gaon Chalo campaign : 4 से 11 फरवरी तक देश के 7 लाख गांवों में जाएंगे पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता

BJP Mega Gaon Chalo Campaign: आगामी लोक सभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) की तैयारियों में जुटी भाजपा अब अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को देशभर के 7 लाख गांवों में उतारने जा रही है। भाजपा देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों से संपर्क साधने के लिए अगले महीने 4 से 11 फरवरी तक देशभर में मेगा 'गांव चलो अभियान' चलाने जा रही है।

'गांव चलो अभियान' की कार्यशाला शुरू की

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में 'गांव चलो अभियान' की कार्यशाला को लॉन्च किया। नड्डा (BJP National President JP Nadda) ने इस कार्यशाला में शामिल होने के लिए देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पार्टी मुख्यालय (BJP Headquarter) पहुंचे पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए उन्हें यह बताया कि इन नेताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर कैसे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को 'गांव चलो अभियान' के लिए प्रशिक्षित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मोदी सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाया जा सके।

देशभर में बनाए गए 988 संगठन

बता दें कि आने वाले दिनों में भाजपा पार्टी संगठन के लिहाज से देशभर में बनाए गए अपने 988 संगठन जिलों और 16,188 मंडलों में 'गांव चलो अभियान' के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगी। इसके बाद पार्टी देशभर में 4 फरवरी से लेकर 11 फरवरी तक बड़े पैमाने पर यह अभियान चलाएगी।

30 लाख कार्यकर्ता देशभर लोगों से संपर्क साधेंगे

इस अभियान के अंतर्गत पार्टी के लगभग 30 लाख कार्यकर्ता एवं नेता देशभर के 7 लाख गांवों और शहरी बूथों तक जाकर लोगों से संपर्क साधेंगे और उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देंगे। पार्टी का उद्देश्य इस मेगा अभियान के जरिए जहां एक तरफ सरकार के काम को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है तो वहीं दूसरी तरफ समाज के अंतिम व्यक्ति की बात को पार्टी और सरकार तक भी पहुंचाना है।