Aligarh name changed: उत्तर प्रदेश के इस जिले के नाम में होने जा रहा है बदलाव, तालानगरी के नाम से है फेमस

BJP पार्षद संजय पंडित ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्‍ताव रखा था हालांकि उस समय उनके प्रस्‍ताव का कई लोगों ने काफी विरोधों भी किया था। हालांकि अब उनके इस प्रस्ताव को बोर्ड सेशन ने मंजूरी दे दी है।

Aligarh name changed: उत्तर प्रदेश के इस जिले के नाम में होने जा रहा है बदलाव, तालानगरी के नाम से है फेमस

Aligarh name changed: पुछले कई दिनो से यूपी के शहरों में से अब तक कई के नाम बदले जा चुके हैं। जिनमें इलाहाबाद का प्रयागराज, फैजाबाद का अयोध्‍या आदि। वहीं अब इस कड़ी में एक और जुड़ गया है। दरअसल तालानगरी के नाम से फेमस अलीगढ़ का नाम अब हरिगढ़ करने की मांग की गयी है। हाल ही में BJP पार्षद संजय पंडित (BJP councilor Sanjay Pandit) ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने का प्रस्‍ताव रखा था हालांकि उस समय उनके प्रस्‍ताव का कई लोगों ने काफी विरोधों भी किया था। हालांकि अब उनके इस प्रस्ताव को बोर्ड सेशन ने मंजूरी दे दी है। 

अलीगढ़ के महा पौर ने पास किया प्रस्ताव

पिछले कई दिनों से तालानगरी के नाम से फेमस अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने की मांग की जा रही थी। जिसको लेकर महापौर प्रशांत सिंघल ने बताया कि कल बैठक में पार्षद संजय पंडित द्वारा प्रस्ताव रखा गया था जिसमें उन्होंने अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने की मांग की थी। हालांकि जिसको सर्वसम्मति से सभी पार्षदों ने पास करा दिया। अब इसे आगे की कार्यवाही के लिए शासन को जल्द ही भेजा जाएगा। महापौर ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि बहुत जल्द शासन इसे संज्ञान में लेकर नाम बदलने की हमारी मांग को पूरी करेगा।"

उप मुख्यमंत्री ने दिये थे संकेत 

हाल ही में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) अलीगढ़ दौरे पर थे इस दौरान उन्होंने अलीगढ़ का नाम बदलने के संकेत दे दिए थे। उन्होंने अपने भाषण के दौरान जय श्री राम और कल्याण सिंह बाबू जी अमर रहें के नारे लगाए थे। इसके साथ ही उन्होंने एक बार बोला कि अरे हरिगढ़ वालो, तेज आवाज में बोलो जय श्रीराम। इस पर सभा में मौजूद लोगों ने तेज आवाज में नाराज बुलंद किया। जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने का प्रस्ताव जिला पंचायत की बोर्ड मीटिंग में पहले ही पास हो चुका है, जिसे शासन को भेजा चुका है। फिलहाल अभी तक उस पर कोई कार्रवाई शासन की तरफ से नहीं की गई है। अभी यह प्रस्ताव नगर निगम की तरफ से ही पास हुआ है।