Aadhar Card Facts: आधारकार्ड से जुड़ी ये जानकारी के बेहद जरूरी, वरना हो सकते हैं धोखाधड़ी के शिकार
Aadhar Card Facts: आधार कार्ड आज हमारी पहचान बन चुकी है। सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स में आधार कार्ड की इंपॉर्टेंस सबसे ज्यादा होती है।
Aadhar Card Facts: आधार कार्ड (Aadhar Card) आज हमारी पहचान बन चुका है। सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स (documents) में आधार कार्ड की इंपॉर्टेंस सबसे ज्यादा होती है। हमें कोई बैंक अकाउंट खुलवाना हो या किसी सरकारी योजना का फॉर्म भरना हो। हर जगह आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है, कई बार आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी न होने की वजह से लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।
खबर काम की में आज हम आपको बताएंगे कि बिना आधारकार्ड के आप सिम कैसे खरीद सकते हैं। एक ही आधार कार्ड से आप कितनी बार सिम खरीद सकते हैं। आपका आधार कार्ड कहां इस्तेमाल किया जा रहा है इसका पता आप कैसे लगा सकते हैं। आधार देना कहां जरूरी है और कहां नहीं,आधारकार्ड से जुड़े सभी फैक्ट्स आपको बताएंगे जो आपके मतलब की होगी।
एक आधार से कितनी सिम ले सकते हैं?
अब एक आधार कार्ड से 9 सिम खरीदें जा सकते हैं। पहले इसमें लिमिट नहीं थी, लेकिन टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सुरक्षा के नजरिए से अब इसकी लिमिट तय कर दी है।
एक आधार कार्ड से कितनी सिम ली गई हैं इसका पता आसानी से किया जा सकता है। इसके प्रोसेस को समझिए और ये जानकारी दूसरों के साथ शेयर भी करिए।
सबसे पहले संचारसाथी की वेबसाइट sancharsaathi.gov.in पर जाएं उसके बाद KNOW YOUR MOBILE CONNECTION पर क्लिक करें वहां अपना आधार में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और कैप्चा डालें इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा ओटीपी डाल कर लॉगइन नंबर पर क्लिक करें। लॉग इन करने पर आधार कार्ड पर लिये गए मोबाइल नंबरों की लिस्ट दिखेगी यहां आप चेक कर सकते हैं कि कौन सा मोबाइल नंबर आपने खुद लिया है और कौन सा नहीं।
किन जगहों पर आधार कार्ड देना जरूरी नहीं है?
पहले क्या होता था कि आधार कानून के सेक्शन 57 के तहत सरकारी और प्राइवेट संस्थान पहचान पत्र के तौर पर आधार की मांग कर सकते थे। लेकिन 2018 में सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने इसे खारिज कर दिया। अब ये अधिकार केवल सरकारी संस्थानों के पास है। प्राइवेट कंपनियां आपसे जबरदस्ती आधार कार्ड नहीं मांग सकतीं।
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी UIDAI के मुताबिक, बैंक अकाउंट खोलने के लिए, नए SIM कार्ड के लिए, स्कूल में एडमिशन के लिए आपसे जबरदस्ती आधार कार्ड नहीं मांगा जा सकता।
CBSE, NEET, UGC की परीक्षा में या फिर जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार नंबर देना जरूरी नहीं है। हालांकि, यह ऑप्शनल है यानी आधार कार्ड की जगह आप दूसरे डॉक्यूमेंट्स भी दे सकते हैं।
किन जगहों पर आधार कार्ड देना जरूरी होता है
कुछ जगहें ऐसी हैं जहां बिना आधार कार्ड के काम नहीं हो सकता।
- पैन कार्ड बनवाने में
- इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने में
- सरकारी योजनाओं में
- LPG सब्सिडी के लिए
- सरकारी ट्रांजैक्शन के लिए
- मंत्रालय से संबंधित कामों में
अगर आपको ये जानना है कि आपका आधार कार्ड कहीं गलत जगह तो इस्तेमाल नहीं हो रहा। इसका पता लगाने के लिए कि आपका आधारकार्ड कहां कहां इस्तेमाल हो रहा है। तो बता दें कि UIDAI ने आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए यूजर्स को आधार कार्ड की हिस्ट्री जानने की सुविधा दी है। इससे चेक कर सकते हैं कि आपका आधार कार्ड कहां-कहां लिंक है। चलिये इसे स्टेप बाय स्टेप समझते हैं।
- सबसे पहले वेबसाइट resident.uidai.gov.in पर जाएं
- टॉप लेफ्ट कॉर्नर पर my Aadhar ऑप्शन पर क्लिक करें
- Aadhar services को सेलेक्ट करें
- इसके बाद आधार ऑथेन्टिकेशन हिस्ट्री ऑप्शन पर क्लिक करें।
- लॉगइन पर क्लिक कर आधार कार्ड का नंबर और कैप्टा भरें
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को डालें
- ऑथेन्टिकेशन हिस्ट्री को सिलेक्ट करें
- अब जिस डेट के बीच की हिस्ट्री आप देखना चाहते हैं उसे डाले
- इसके बाद हिस्ट्री खुल जाएगी, आप इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं।
आधार कार्ड की हिस्ट्री चेक करने के बाद अगर आपको लगता है कि आपके आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हुआ है तो इसकी शिकायत UIDAI के टोल फ्री नंबर- 1947 पर या फिर help@uidai.gov.in पर ईमेल से कर सकते हैं।
अगर आपका आधार कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में घबराने की जरुरत नहीं है बल्कि अपना आधार नंबर पता करने की कोशिश करें और आधार कार्ड कुछ समय के लिए लॉक करवा दें। इसे ऑनलाइन भी लॉक किया जा सकता है। फिर अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर या फिर ऑनलाइन आधार चोरी होने की FIR दर्ज करायें.... FIR की कॉपी को संभालकर रखें, ताकि अगर आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल होता है तो आपके ऊपर कोई कार्रवाई न हो।