Varanasi news : 23 साल पुराने हत्या केस में पुलिस को मिली बड़ी सफलता , काशी में गिरफ्तार हुए शातिर

मुंबई के थाणे में सामूहिक हत्याकांड मामले में वाराणसी एसटीएफ और थाणे (महाराष्ट्र) पुलिस की संयुक्त टीम को आज बड़ी सफलता हासिल हुई है।पुलिस ने आरोपी दोनों भाईयों को वाराणसी में गिरफ्तार किया है।

Varanasi news : 23 साल पुराने हत्या केस में पुलिस को मिली बड़ी सफलता , काशी में गिरफ्तार हुए शातिर

Varanasi: वाराणसी एसटीएफ और थाणे (महाराष्ट्र) पुलिस की संयुक्त टीम को आज बड़ी सफलता हासिल हुई है। दरअसल साल 1994 में थाणे (महाराष्ट्र) में एक ही परिवार के 5 लोगों के हत्या के आरोप में गायब 2 शातिर बदमाश अनिल सरोज उर्फ विजय और सुनील सरोज उर्फ संजय को एसटीएफ ने आज धर दबोचा। बता दें कि एक सामूहिक हत्याकाण्ड मामले में ये दोनों शातिर अपराधी फरार चल रहे थे। पुलिस पिछले कई सालों से दोनों को पकड़ने की कोशिश में लगी थी। 

काशी में हुए गिरफ्तार

29 सालों बाद पुलिस को मुंबई हुए सामूहिक हत्याकांड मामले में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। एसटीएफ ने हत्या करके फरार आरोपियों को वाराणसी के थाना सारनाथ के सारंगनाथ मंदिर से गिरफ्तार किया है।

पूछताछ में हुआ खुलासा

साल 1994 हुए इस हत्याकंड मामले में अनिल सरोज व उसके भाई सुनील सरोज मुम्बई भडवाल चाल पेंकरपाला मीरा रोड भयन्दर में रहते थे और मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते थे। वहीं इनके पड़ोस में राज नरायन प्रजापति निवासी (जनपद इलाहाबाद ) भी अपने परिवार के साथ रहता था। एक दिन अनिल सरोज के सूटकेस से 3 हजार रूपये गायब हो गये। अनिल सरोज को संदेह था कि उसका पैसा राजनरायन प्रजापति के बच्चों ने ही गायब किया है। इस बात को लेकर दोनों परिवारों में आये दिन कहासुनी होने लगी। दिनांक 16-11-1994 को राजनरायन प्रजापति जब अपने काम पर चला गया तब अनिल सरोज व सुनील सरोज ने अपने साथी कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान के साथ मिलकर राजनरायन प्रजापति की पत्नी व चारों बच्चों की चाकू से मारकर नृसंश हत्या कर दी। राज नारायन जब घर आया तो उसने अपने परिवार को मृत पाया जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज की।

बता दें कि कालिया चौहान उर्फ अमरनाथ चौहान को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन अनिल सरोज और सुनील सरोज वर्ष 1994 से ही फरार चल रहे थे। ये दोनों घटना को अंजाम देने के बाद दिल्ली भाग गये थे, काफी समय तक दिल्ली में ही छिपे रहे । उसके बाद वो दिल्ली में ही मजदूरी करने लगे। वर्ष 2009 में दोनों भाई अपने ननिहाल ग्राम सोहनी थाना केराकत जनपद जौनपुर आकर नाम बदलकर रहने लगे। इन दोनों का अपने मूल निवास स्थान पर आना-जाना नही था, जिससे इनकी पहचान नही हो पा रही थी। अनिल सरोज तांत्रिक पूजा का काम करता है। इसी पूजापाठ के लिए आज दोनों भाई अनिल सरोज व सुनील सरोज सारंगनाथ मंदिर सारनाथ आये थे और एसटीएफ इकाई द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।