Varanasi Lok Sabha Elections 2024 : पीएम मोदी के प्रस्तावक गणेश्वर शास्त्री ने किया मतदान, पीएम मोदी को जिताने की अपील की
लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान हो रहा है। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने भी मतदान किया। उन्होंने रामघाट स्थित प्राथमिक विद्यालय में अपना वोट डाला। यहां सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। 11 बजे तक 126.48% मतदान हुआ।
Varanasi Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान हो रहा है। वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने भी मतदान किया। उन्होंने रामघाट स्थित प्राथमिक विद्यालय में अपना वोट डाला। यहां सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। 11 बजे तक 126.48% मतदान हुआ। मतदान के बाद लोगों को फ्री में लस्सी पिलाई जा रही है। वाराणसी लोकसभा में 5 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 1909 बूथ बनाए गए हैं।
वाराणसी में 1909 बूधों पर हो रहा मतदान
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “लोकतंत्र का महापर्व देशभर में चल रहा है। सभी को इसमें हिस्सा लेना चाहिए। वहीं, राम मंदिर का निर्माण भी मोदी जी के कार्यकाल में हुआ है। ऐसे में मोदी जी को जिताना चाहिए, ताकि आगे भी देश का विकास हो। सभी लोग नरेंद्र मोदी को जिताने के लिए अपना योगदान दें, ताकि देश का विकास कार्य आगे बढ़े।“ बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावकों में से एक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ थे। ज्योतिष की दुनिया के विश्वसनीय लोगों में शामिल हैं। उनको जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया हैं।
नरेंद्र मोदी को जिताने के लिए अपना योगदान दें- गणेश्वर शास्त्री द्रविड़
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ मूल रूप से दक्षिण भारत से काशी आए थे। वर्तमान में वह काशी के रामघाट इलाके में गंगा किनारे रहते हैं। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकाला था। वो ब्राह्मण समाज से हैं। गणेश्वर शास्त्री के साथ उनके भाई पंडित विश्वेश्वर शास्त्री भी रहते हैं। गणेश्वर शास्त्री ग्रह, नक्षत्र, चौघड़ियों के सबसे बड़े जानकारों में से एक हैं। गणेश्वर शास्त्री को बड़े-बड़े मुहूर्तों के धर्मसंकट से निकालने में महारत हासिल है। देश भर में आज 57 सीटों पर मतदान हो रहा है। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें बयां करने के लिए पर्याप्त है कि वो लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेने के लिए आतुर हैं।