UPSC Civil Services Exam : यूपीएससी परीक्षा व्यवस्था को लेकर प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर दागे सवाल
दस्तावेजों में फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर के खिलाफ यूपीएससी ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी है। ऐसे में पूजा खेडकर के फर्जी सर्टिफिकेट सहित अन्य विवाद को लेकर यूपीएससी की सर्टिफिकेट सिस्टम सवालों के घेरे में है।
UPSC Civil Services Exam : दस्तावेजों में फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर (IAS Pooja Khedkar) के खिलाफ यूपीएससी (UPS) ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी है। ऐसे में पूजा खेडकर के फर्जी सर्टिफिकेट सहित अन्य विवाद को लेकर यूपीएससी की सर्टिफिकेट सिस्टम सवालों के घेरे में है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपीएससी के सर्टिफिकेट सिस्टम और इसकी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है।
चयन प्रक्रिया में हुई एक भी गड़बड़ी बड़े सवाल खड़े करती है
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "यूपीएससी देश की सबसे नामी परीक्षा है और उससे निकले लोग शासन व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ होते हैं। देश के करोड़ों लोगों का भरोसा और हमारे रोजमर्रा के शासन-प्रशासन का कामकाज इस संस्था की पेशेवर प्रणाली से जुड़ा है। मैंने खुद देखा है कि इस परीक्षा के लिए युवा कितनी मेहनत, आंखों में ढेर सारे सपने लिए और दिल में लगन के साथ तैयारियां करते हैं। ऐसे में यूपीएससी की प्रक्रियाओं में गड़बड़ी की खबरें बहुत हैरान करने वाली हैं। इस महत्वपूर्ण चयन प्रक्रिया में हुई एक भी गड़बड़ी बड़े सवाल खड़े करती है और लाखों युवाओं के सपनों और उनके विश्वास पर चोट करती है।"
सर्टिफिकेट जांचने की मजबूत प्रणाली विकसित की जाए
उन्होंने आगे लिखा, "जरूरी है कि इन सवालों का जवाब जनता और यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं को मिले। क्या इसके लिए यूपीएससी के उच्च पदों पर राजनीतिक नियुक्तियों से आए लोग जिम्मेदार हैं? यदि हां तो उन पर कार्रवाई कब? जिस सिस्टम में एक-एक नंबर के चलते उच्च स्तर का कंपटीशन होता है, उसमें क्या केवल सतही तौर पर जांच कर पल्ला झाड़ना उचित है? नकली सर्टिफिकेट का सिस्टम एससी, एसटी, ओबीसी, विकलांग और ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को मिलने वाले मौके पर चोट करता है। क्या सर्टिफिकेट जांचने की कोई ठोस संस्थागत प्रणाली विकसित नहीं की जा सकती?"
यूपीएससी में और अधिक पारदर्शी लाने की जरूरत
उन्होंने कहा, "यूपीएससी प्रणाली को और अधिक पारदर्शी व प्रामाणिक बनाने के लिए बदलावों की सख्त जरूरत है, क्या इस पर विचार नहीं किया जाना चाहिए। यूपीएससी से जुड़े सवाल इस देश के शासन-प्रशासन के प्रति भरोसे और हमारे करोड़ों युवाओं के सपनों से जुड़े सवाल हैं। इस पर सरकार से जवाब आना जरूरी है।" दस्तावेजों में फर्जीवाड़े के आरोपों से घिरी ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने नाम, माता-पिता का नाम, हस्ताक्षर, ईमेल, मोबाइल नंबर और पता बदलकर अपनी फर्जी पहचान बनाई। यही कारण है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की कर दी है।