UP News: यूपी में इलेक्ट्रानिक मीटरों में गड़बड़ी का खुलासा, कभी तेज तो कभी बैक चलने की मिलीं शिकायतें
पिछले काफी समय से मिल रही मीटर तेज चलने की शिकायत अब सच साबित हो गई है। उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के यहां लगे नए इलेक्ट्रानिक मीटर गारंटी के दौरान गड़गड़ पाए गए है।
UP News: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की रिपोर्ट में बिजली के इलेक्ट्रानिक मीटरों में मिल रही गड़बड़ी का खुलासा हो गया है... पिछले काफी समय से मिल रही मीटर तेज चलने की शिकायत अब सच साबित हो गई है। उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के यहां लगे नए इलेक्ट्रानिक मीटर गारंटी के दौरान गड़गड़ पाए गए है।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में 7167 उपभोक्ताओं के यहां मीटर तेज चलने की बात सामने आई। इसके अलावा 4911 मीटर बैक यानी पीछे की तरफ चलने की शिकायतें मिली है। इसमें यूनिट बढ़ने के स्थान पर कम हो रहा था। वहीं इन गड़बड़ियों के अलावा 8238 उपभोक्ताओं के यहां मीटर अपने आप नो डिस्प्ले हो गया। ऐसे में उपभोक्ताओं को यह पता ही नहीं चल पाता है कि उसका मीटर तेज चल रहा है या स्लो चल रहा है या काम ही नहीं कर रहा है। वहीं इलेक्ट्रानिक मीटरों में मिल रहीं इन गड़बड़ियों को लेकर पूरे यूपी में उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विरोध शुरू कर दिया है।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई मीटर की चेकिंग
इलेक्ट्रानिक मीटरों के तेज चलने की शिकायत पूरे प्रदेश में है। सभी सब स्टेशनों में यह शिकायत मिलती है कि उनका बिजली मीटर तेज चल रहा है। हालांकि, शिकायत के बाद भी मीटर की चेकिंग नहीं की गई। जिससे यह समस्या पकड़ में नहीं आई। बिजली उपभोक्ता परिषद ने बताया कि, कंपनियों ने पूरे प्रदेश में घटिया क्वालिटी के मीटर लगाए हैं। इसकी जांच तेजी से होना चाहिए। दूसरी तरफ प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की पहल भी शुरू हो रही है। इस पर 25 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे है।
घर में लगे मीटरों की गुणवत्ता काफी खराब
उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के घर में लगे मीटर गुणवत्ता काफी खराब है। अकेले पश्चिमांचल में 3 साल के अदंर 30 हजार से ज्यादा मीटर खराब मिले है। अगर पूरे प्रदेश के आंकड़ों पर नजर डाले तो यह संख्या करीब डेढ़ लाख के करीब आएगी। अवधेश वर्मा का कहना है कि यूपी की जनता घटिया मीटरों का खामियाजा भुगत रही है। उनको ज्यादा बिल देना पड़ता है। अवधेश वर्मा ने सभी मीटर कंपनियों के खिलाफ जांच की मांग की है। इसके साथ ही दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और उपभोक्ताओं को मुआवजा देने की भी मांग की है।