Tripura by-election: भाजपा ने दो विधानसभा सीटों पर हासिल की जीत, CPIM को झटका
Tripura by-election: त्रिपुरा के धनपुर और बॉक्सानगर विधानसभा क्षेत्रों में सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवारों ने सीपीआई (एम) प्रतिद्वंद्वियों को बड़े अंतर से हराते हुए जीत हासिल की।
Tripura by-election: त्रिपुरा के धनपुर (Dhanpur Assembly) और बॉक्सानगर (Boxanagar Assembly) विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव (Byelection) में भाजपा (BJP) के उम्मीदवारों ने सीपीआई-एम (CPIM) प्रत्याशियों (Candidates) को बड़े अंतर से हराते हुए जीत हासिल कर ली है. मतगणना (Vote Counting) के बाद चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
भाजपा ने बॉक्सानगर सीट सीपीआई-एम से छीन ली और धनपुर सीट बरकरार रखी। दोनों विधानसभा क्षेत्र कभी वाम दलों (left parties) के गढ़ माने जाते थे। भाजपा प्रत्याशी (BJP candidate) तफज्जल हुसैन (Tafzal Hussain) ने बॉक्सानगर में 34,146 हासिल कर 30,237 वोटों के अंतर से जीत हासिल की और अपने सीपीआई (एम) प्रतिद्वंद्वी मिज़ान हुसैन (Mizaz Hussain) को हराया, जिन्हें केवल 3,909 वोट मिले हैं।
वहीं धनपुर विधानसभा सीट (Dhanpur Assembly) पर भाजपा प्रत्याशी बिंदू देबनाथ (30,017 वोट) ने सीपीआई-एम के कौशिक चंदा (11146 वोट) को 18871 वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की। सेपाहिजाला जिले (SEPAHIJALA DISTRICT) के सोनामुरा गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल के दो केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा उपायों के तहत शुक्रवार सुबह शुरू हुई वोटों की गिनती, बॉक्सानगर और धनपुर दोनों सीटों पर छह राउंड की गणना के बाद पूरी हो गई है।
आपको बता दें, उपचुनाव बीते मंगलवार (5 सितंबर) को हुए थे और मतदान प्रतिशत 86.56 प्रतिशत रहा और 93,495 मतदाताओं ने मतदान किया था।
भाजपा ने कहा 'घमंडिया गठबंधन का घमंड'
त्रिपुरा विधान सभा उपचुनाव (Tripura Legislative Assembly by-election) में मिली जीत से उत्साहित भाजपा के त्रिपुरा प्रभारी एवं नार्थ ईस्ट प्रदेशों के संयोजक संबित पात्रा (Sambit Patra) ने दावा किया है कि इस करारी हार के साथ ही घमंडिया गठबंधन का घमंड भी टूट गया है।
गठबंधन नहीं ये ठगबंधन है
संबित पात्रा ने एक्स (X) पर कहा, "त्रिपुरा उप-चुनाव में ‘घमंडिया गठबंधन’ का ना सिर्फ ‘घमंड टूटा’ है बल्कि यह उनकी ‘करारी हार’ है। जनता ने इनके गठबंधन को ठगबंधन साबित कर दिया है। बॉक्सनगर और धनपुर, दोनों सीटें अल्पसंख्यक बाहुल्य और घमंडिया गठबंधन का संयुक्त प्रत्याशी लड़ने के बाद भी भाजपा की यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त और सर्वमान्य नेतृत्व तथा उनके ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र को चरितार्थ करता है."