Tirupati Prasad controversy: स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रसाद बनाने के लिए घी सप्लाई करने वाली कंपनी को भेजा नोटिस

तिरुपति मंदिर में लड्डू का बंटवारा और बिक्री विवादों में है। इसी के बाद से मंदिर में इस्तेमाल हो रहे प्रसाद की गुणवत्ता और पवित्रता सुनिश्चित करने की बात भी होने लगी। यूपी की राजधानी लखनऊ में तो मनकामेश्वर मंदिर की महंत ने बड़ा फैसला सुना दिया।

Tirupati Prasad controversy: स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रसाद बनाने के लिए घी सप्लाई करने वाली कंपनी को भेजा नोटिस

Tirupati Prasad controversy: तिरुपति मंदिर में लड्डू का बंटवारा और बिक्री विवादों में है। इसी के बाद से मंदिर में इस्तेमाल हो रहे प्रसाद की गुणवत्ता और पवित्रता सुनिश्चित करने की बात भी होने लगी। यूपी की राजधानी लखनऊ में तो मनकामेश्वर मंदिर की महंत ने बड़ा फैसला सुना दिया। लखनऊ के बाहर प्रसाद की दुकानों पर शुद्धता की जांच शुरू कर दी गई है। लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बाहरी प्रसाद बैन लग गया है साथ ही सिर्फ घर का बना प्रसाद और ड्राई फ्रूट्स की परमिशन हैं।अब मंदिर में बाहर से लाया गया प्रसाद चढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

गर्भगृह में बाहर से लाए गए प्रसाद को चढ़ाने की अनुमति नहीं - महंत देव्यागिरि

मंदिर की महंत देव्यागिरि ने साफ कहा कि अब मंदिर के गर्भगृह में बाहर से लाए गए प्रसाद को चढ़ाने की अनुमति नहीं होगी। ये आदेश 24 सितंबर से प्रभावी हो किया गया है। साथ ही मंदिर के बाहर सूचना भी चस्पा कर दी गई है।. मंदिर प्रशासन ने इस नए नियम को कड़ाई से लागू करने का निर्णय लिया ह। इस नए नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मंदिर प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। श्रीमहंत देव्यागिरि ने कहा कि ये कदम मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और प्रसाद की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।तिरुपति लड्डू विवाद ने तो इतना बड़ा मोड़ ले लिया कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। मंदिर प्रशासन पर आरोप लगे कि वे प्रसाद को व्यावसायिक रूप से बेच रहे हैं, जबकि इसे केवल श्रद्धा के रूप में बांटना चाहिए। बहरहाल इस मामले पर मंदिर प्रशासन ने सफाई दी और कहा कि लड्डू प्रसाद की शुद्धता और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सख्त नियम हैं। उनका कहना था कि भक्तों को लड्डू निर्धारित कीमत पर ही बेचे जा रहे हैं, और कालाबाजारी को रोकने के लिए प्रशासन कड़े कदम उठा रहा है। 

पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद ने दिया बयान

तिरुपति मंदिर में लड्डू विवाद के बाद समाजवादी पार्टी की नेता और मैनपुरी सांसद डिंपल यादव, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद ने भी बयान दिया है। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम् में मिलावट विवाद को लेकर कहा था कि इस घटना से सैकड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंची है। साथ ही उन्होंने कहा कि वृंदावन में भी इस तरह की शिकायतें आ रही हैं, सरकार पूरी जांच कराए। इसके अलावा कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मथुरा के साथ साथ अयोध्या बाबा विश्वनाथ के प्रसाद की भी जांच हो. उन्होंने दावा किया मिलावट ज़ोरों पर किया जा रहा है।.पूर्व सांसद ने कहा कि मिलावट खोर हिंदू धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.  उन्होंने कहा कि जब आंध्र के CM ने जाँच करा दी तो यहाँ भी जाँच होनी चाहिये।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रसाद बनाने के लिए घी सप्लाई करने वाली कंपनी को भेजा नोटिस

फिलहाल आंध्र प्रदेश के सीएम नायडू के आरोपों के बाद तिरुपति लड्डू विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। अब इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रसाद बनाने के लिए घी सप्लाई करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस भेजा है। केंद्रीय मंत्रालय ने इस मामले में चार कंपनियों से सैंपल लिए थे, जिनमें से एक कंपनी का सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गया और उसमें जानवरों की चर्बी होने की बात सामने आई थी। नोटिस में इस बात का जिक्र है कि जिन मानकों पर खाद्य पदार्थ होना चाहिए था वो मानक नहीं है। इस मामले में आंध्र के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। उन्होंने इस पत्र में चंद्रबाबू नायडू को आदतन झूठ बोलने वाला बताया था। पीएम मोदी को लिखे एक पत्र में जगन ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने के वास्ते इतने निचले स्तर पर उतर गए हैं।. जगन ने 8 पृष्ठों के पत्र में आरोप लगाया कि नायडू के कृत्यों ने न केवल मुख्यमंत्री पद की प्रतिष्ठा को गिराया है, बल्कि सार्वजनिक जीवन में सभी लोगों को भी आहत किया है।