Tejashwi Yadav: पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे शराब पीने के आरोप, सुशील मोदी ने की जांच की मांग

बिहार में सरकार बदलते ही एक बार फिर सियासत का दौर शुरू हो चुका है। इस बीच प्रदेश के पूर्व उपमुख्यंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद पर रहते हुए शराब पीते थे।

Tejashwi Yadav: पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे शराब पीने के आरोप, सुशील मोदी ने की जांच की मांग

Tejashwi Yadav: बिहार में सरकार बदलते ही एक बार फिर सियासत का दौर शुरू हो चुका है। इस बीच प्रदेश के पूर्व उपमुख्यंत्री तेजस्वी यादव (Former Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav) की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) पद पर रहते हुए शराब पीते थे। ये खुलासा किसी विपक्षी नेता ने नहीं बल्कि, उनकी ही पार्टी के विधान पार्षद रहे रामबली सिंह ने किया था। रामबली सिंह ने एक टीवी रिपोर्टर के सवाल पर कहा था कि तेजस्वी शराब पीते हैं। वहीं, बिहार में फिर से एनडीए की सरकार आने के बाद अब इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है। बीजेपी इसकी जांच कराने की मांग कर रही है। 

‘तेजस्वी यादव पर शराब पीने का आरोप एक गंभीर मामला’

बीजेपी के राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP) और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Former Deputy CM Sushil Modi) ने इस आरोप की जांच की मांग की है। सुशील मोदी ने कहा- बिहार में जब पूर्ण मद्यनिषेध का कानून लागू है, तब पिछली सरकार के समय उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर शराब पीने का आरोप एक गंभीर मामला है। राज्य सरकार को इसकी विस्तृत जाँच करानी चाहिए। उन्नहोंने आगे कहा कि- तेजस्वी यादव के पद पर रहते उनकी ही पार्टी के विधान परिषद सदस्य रामबली सिंह ने आरोप लगाए हैं तो, उनके पास कुछ प्रमाण भी होंगे। 

उन्होंने कहा कि किसी की विधान परिषद सदस्यता समाप्त या बहाल करने का फैसला स्पीकर का विशेष अधिकार है। लेकिन शराबबंदी कानून (prohibition law) तोड़ने के आरोप की जांच तो सरकार करा ही सकती है। उन्होंने कहा बिहार में शराब पीने, रखने या उसका व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध का कानून 2016 से लागू है। ऐसे में सरकार में शामिल होने के नाते तेजस्वी यादव पर शराबबंदी कानून लागू कराने की जिम्मेदारी थी, जबकि उन पर ही कानून तोड़ने के आरोप लगना कोई सामान्य बात नहीं है। कानून तोड़ने पर जब सामान्य नागरिक को दंडित किया जाता है, तब तेजस्वी यादव के दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। 

रामबली सिंह ने लालू परिवार पर लगाए बड़े आरोप 

दरअसल, राजद नेता रामबली सिंह चंद्रवंशी (RJD leader Rambali Singh Chandravanshi) ने पिछले दिनों लालू यादव और नीतीश कुमार के खिलाफ टिप्पणी की थी और उन पर OBC समाज का हक मारने का आरोप लगाया था। इस दौरान सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर शराब पीने का आरोप लगाया था। जो राजद एमएलसी और लालू परिवार के बेहद करीबी सुनील सिंह (Sunil Singh) को नागवार गुजरा। उन्होंने 2 नवंबर 2023 को विधान परिषद के अध्यक्ष से रामबली सिंह की सदस्यता रद्द करने की मांग की। जिस पर विधान परिषद ने उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया। लेकिन, रामबली सिंह के आरोपों पर कोई जाँच नहीं हुई।