T20 World Cup:अमेरिका को हराने में भारत के छूटे पसीने, इस खिलाड़ी को कोहली और रोहित ताउम्र याद रखेंगे!
पहली बार विश्वकप खेल रही अमेरिकी टीम के खेल की तारीफ हर तरफ हो रही है। अमेरिका ने जिस तरह दो बड़ी टीमों के खिलाफ खेल दिखाया है उससे वो तारीफ की हकदार बन जाती है। अमेरिका ने पहले पाकिस्तान को हराया उसके बाद टीम इंडिया के खिलाफ मैच में जिस तरह अपनी छाप छोड़ी उससे वो किसी परिपक्व टीम की तरह दिख रही है।
T20 World Cup: पहली बार विश्वकप खेल रही अमेरिकी टीम के खेल की तारीफ हर तरफ हो रही है। अमेरिका ने जिस तरह दो बड़ी टीमों के खिलाफ खेल दिखाया है उससे वो तारीफ की हकदार बन जाती है। अमेरिका ने पहले पाकिस्तान को हराया उसके बाद टीम इंडिया के खिलाफ मैच में जिस तरह अपनी छाप छोड़ी उससे वो किसी परिपक्व टीम की तरह दिख रही है। अपने तीसरे मैच में भारतीय टीम ने भले ही अमेरिका को 7 विकेट से शिकस्त दे दी हो। लेकिन मैच में 111 रनों का टारगेट चेज करने में भारतीय टीम को एक समय पसीना आ गया। और एक बार फिर भारतीय मूल के अमेरिकी तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवालकर ने महफिल लूट ली। नेत्रवालकर ने पहले ओवर में ही विराट कोहली और तीसरे ओवर में कप्तान रोहित शर्मा को आउट कर भारतीय टीम और फैंस को सदमे में डाल दिया था। हालांकि उसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने परस्थितियों के अनुसार संभल कर खेलते हुए टूर्नामेंट में तीसरी जीत दर्ज करते हुए सुपर 8 में जगह बना ली। भारत की इस जीत के साथ ही पाकिस्तान की सुपर 8 में पहुंचने उम्मीदें भी अभी जिंदा हैं।
अर्शदीप सिंह बने सुपर परफॉर्मर
मैच की बात करें तो न्यूयॉर्क के नसाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए टी 20 वर्ल्डकप के इस मुकाबले में इंडिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने कप्तान रोहित शर्मा के फैसले को सही साबित करते हुए मैच की पहली ही गेंद पर अमेरिकी ओपनर को आउट कर दिया। उसके बाद उसी ओवर की आखिरी गेंद पर वन डाउन बल्लेबाजी करने आए एंड्रीज गूस को आउट कर अमेरिका को मुश्किलों में डाल दिया। इसके बाद संभाल कर खेलते हुए अमेरिका ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 110 रन बनाए। अमेरिका की तरफ से नितिश कुमार ने सबसे ज्यादा 27 रन बनाए। वही स्टीवन टेलर ने 24 रन बनाकर टीम को इस लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद की। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने 9 रन देकर 4 विकेट लिए तो हार्दिक पंड्या ने 14 रन देकर 2 विकेट लिए। पिच जिस तरह बर्ताव कर रही थी उसे देखते हुए 110 रनों का लक्ष्य कहीं से भी मामूली नही लग रहा था। लेकिन भारतीय टीम को देखते हुए हर कोई कह रहा था टीम आसानी से इसको पार पा लेगी।
सौरभ नेत्रवालकर ने इतिहास में दर्ज करा लिया अपना नाम
लेकिन रोमांच अभी बाकी था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को इनिंग के शुरुआती ओवर में ही झटका लगा। वह भी छोटा मोटा झटका नहीं बल्कि किंग कोहली का झटका। पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर सौरभ नेत्रवलकर ने आउटस्विंगर पर कोहली को चलता कर दिया। अभी भारतीय प्रशंसक इस सदमे से उबरते उससे पहले ही अपने दूसरे ओवर में नेत्रवालकर ने कैप्टन रोहित शर्मा को पैवेलियन भेज कर भारतीय खेमे में हलचल पैदा कर दी। हालंकि उसके बाद ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे ने परिस्थितियों के अनुसार संभल कर खेलते हुए टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया। सूर्यकुमार यादव ने सबसे ज्यादा नाबाद 50 और शिवम दुबे ने 31 रन बनाए वही पंत ने 18 रनों की पारी खेली । सौरभ नेत्रवलकर ने 4 ओवर में 28 रन देकर 2 विकेट लिए अपने को हमेशा के लिए इतिहास के पन्नो में दर्ज करा लिया। नेत्रवालकर को देख कर अब भारतियों को लग रहा होगा की आखिर वो भारत में घरेलू क्रिकेट छोड़ कर अमेरिका क्यों गए। आपको बता दें की नेत्रवालकर ने क्रिकेट का ककहरा इंडिया में ही सीखा है। यही नहीं सौरभ भारत के लिए 2010 में अंडर-19 विश्व कप भी खेल चुके हैं। तब केएल राहुल, मयंक अग्रवाल और जयदेव उनादकट जैसे खिलाड़ी उनके टीम मेट थे। अमेरिका की टीम भले ही मैच हार गई, लेकिन उसने लड़ने का को जज्बा दिखाया उसका हर कोई कायल हो गया।