Banda News: बांदा में प्रिंसिपल का ट्रांसफर रोकने के लिए सड़कों पर उतरे छात्र, सीएम योगी से की अपील
बांदा के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के ट्रांसफर के विरोध में हाई स्कूल और इंटर के छात्र-छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है। वे प्रिंसिपल का ट्रांसफर रोकने के लिए हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर स्कूल के बाद सड़क पर आ गए हैं।
Banda News: यूपी के बांदा में राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रिंसिपल और शिक्षकों की भारी कमी है। इस बीच शासन की ट्रांसफर पॉलिसी (transfer policy) के तहत सिर्फ 8 महीने पहले स्कूल में आए प्रिंसिपल का स्थानांतरण करने से छात्र और छात्राएं नाराज हैं। वे प्रिंसिपल के स्थानांतरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।
प्रधानाचार्य के ट्रांसफर के विरोध सड़कों पर उतरे छात्र
बांदा के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के ट्रांसफर के विरोध में हाई स्कूल और इंटर के छात्र-छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है। वे प्रिंसिपल का ट्रांसफर रोकने के लिए हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर स्कूल के बाद सड़क पर आ गए हैं। स्कूली बच्चों ने अपने प्रिय प्रिंसिपल का ट्रांसफर रोकने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से गुहार लगाई है। बांदा के अतर्रा तहसील के बिलगांव (Bilgaon) स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने हाथों में तख्ती लेकर सड़कों पर नारेबाजी की और प्रधानाचार्य के ट्रांसफर के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
अमरपाल पटेल नवंबर 2023 में संभाला था पद
दरअसल, बांदा में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बहुत ही दयनीय है। इस बीज जिले के जीआईसी बिलगांव में करीब 8 महीने पहले 24 नवंबर 2023 को शासन ने पीईएस अमरपाल पटेल (PES Amarpal Patel) को प्रिंसिपल बनाकर भेजा था। पिछले 8 महीने में ही प्रिंसिपल अमरपाल ने इस बदहाल कॉलेज का कायाकल्प कर दिया है। स्कूल के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के मुताबिक, पीईएस अमरपाल पटेल के आने से कॉलेज में विज्ञान की कक्षाएं चालू हो गईं। उन्होंने स्कूल की लाइब्रेरी और विज्ञान की प्रयोगशाला को चालू कराया। इसके साथ ही उनके नेतृत्व में स्कूल के पठन-पाठन स्तर में बेहतरी दर्ज की गई है। इस बीच कॉलेज में छात्रों की संख्या में भी बढोतरी हुई है।
प्रिंसिपल ने स्कूल के रास्तों को सही करवाया
स्कूल के छात्रों ने बताया कि प्रिंसिपल अमरपाल की कोशिशों के कारण ही कॉलेज की ओर आने वाले रास्ते सही हुए है। जिससे छात्रों को बारिश में स्कूल आने- जाने में आराम हैं। बीते 8 महीनों में ही प्रिंसिपल ने छात्रों और शिक्षकों को अपना दिवाना बना लिया। वहीं अब अपने प्रिय प्रिंसिपल के ट्रांसफर की खबर सुनकर छात्रों में भारी आक्रोश है। छात्र-छात्राओं का कहना है कि ऐसे कर्मठ प्रिंसिपल के ट्रांसफर को तत्काल रोका जाए। जिससे स्कूल और जिले का शैक्षिक स्तर बेहतर हो सके।