Sonam Wangchuk: लद्दाख से दिल्ली पहुंचे सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक, पुलिस ने हिरासत में लिया
लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक समेत करीब 130 लोगों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लद्दाख से करीब 700 किमी की 'दिल्ली चलो पदयात्रा' करके सोनम वांगचुक जैसे ही हरियाणा से दिल्ली में दाखिल हुए तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उनके साथ लद्दाख से करीब 130 कार्यकर्ता भी दिल्ली की ओर प्रदर्शन करने आ रहे थे।
Sonam Wangchuk: लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक (Ladakh's social activist Sonam Wangchuk) समेत करीब 130 लोगों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लद्दाख से करीब 700 किमी की 'दिल्ली चलो पदयात्रा' करके सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) जैसे ही हरियाणा (Haryana) से दिल्ली (Delhi) में दाखिल हुए तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। उनके साथ लद्दाख से करीब 130 कार्यकर्ता भी दिल्ली की ओर प्रदर्शन करने आ रहे थे।
पुलिस ने दिल्ली में धारा 163 का दिया हवाला
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने हिरासत में लिए गए सभी लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा पर स्थित अन्य थानों में ले जाया गया है। पुलिस का कहना है कि वांगचुक और अन्य लोग बॉर्डर पर रात बिताना चाहते थे। लेकिन दिल्ली में 5 अक्टूबर तक धारा 163 लागू है। ऐसे में बार्डर पर तैनात पुलिस ने मार्च कर रहे सभी लोगों को वापस जाने के लिए कहा, लेकिन जब वे नहीं मानें, तो पुलिस ने 130 लोगों को हिरासत में ले लिया।
राहुल गांधी ने उठाया सवाल
The detention of Sonam Wangchuk ji and hundreds of Ladakhis peacefully marching for environmental and constitutional rights is unacceptable.
Why are elderly citizens being detained at Delhi’s border for standing up for Ladakh’s future?
Modi ji, like with the farmers, this… — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 30, 2024
इस बीच, मामले को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- सोनम वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।
सोनम वांगचुक ने पोस्ट किया एक वीडियो
I AM BEING DETAINED...
along with 150 padyatris
at Delhi Border, by a police force of 100s some say 1,000.
Many elderly men & women in their 80s and few dozen Army veterans...
Our fate is unknown.
We were on a most peaceful march to Bapu’s Samadhi... in the largest democracy… pic.twitter.com/iPZOJE5uuM — Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) September 30, 2024
हिरासत में लिए जाने से पहले सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया। अपनी वीडियो पोस्ट में उन्होंने कहा कि हम पंजाब से दिल्ली जा रहे हैं, रास्ते में हरियाणा और दिल्ली पुलिस की गाड़ियां हमें एस्कॉर्ट कर रही थीं। लेकिन जैसे-जैसे हम दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि पुलिस हमें एस्कॉर्ट नहीं, बल्कि एक तरह से डिटेन कर रही है। हमारी बस में 2 पुलिस अधिकारी आए हैं, हमें बताया जा रहा है कि दिल्ली बॉर्डर पर 1000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। आगे क्या होगा, हमें नहीं मालूम। हमें बस में ले जाया जा रहा है।
सोनम वांगचुक क्या मांग कर रहें हैं?
बता दें कि सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण, लेह और कारगिल के लिए एक-एक लोकसभा सीट और संविधान की छठी अनुसूची शामिल करने की मांग को लेकर काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। मार्च 2024 में सोनम ने 21 दिन की भूख हड़ताल की थी। भूख हड़ताल खत्म करने के बाद सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने कहा था कि ये आंदोलन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। अपनी मांगों को लेकर हमें जब तक आंदोलन करना पड़े, हम करेंगे। वहीं इसके बाद सोनम वांगचुक करीब 130 लोगों के साथ 1 सितंबर को लद्दाख से निकले थे। इस दौरान वह हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति, मनाली, कुल्लू, मंडी और चंडीगढ़ होते हुए 30 सितंबर को दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे थे।