Sikkhim badh news: सिक्किम बाढ़ में बहे गोला बारूदों की हो रही तलाश, सेना ने जारी की एडवाइजरी
बादल फटने से सिक्किम में आई बाढ़ के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन इस समय सबसे बड़ी समस्या गोला बारूद और हथियारों को ढूंढने की है जो बाढ़ में बह कर रिहायशी इलाकों में आ गए हैं। सेना के जवान अब उन युद्ध सामग्री को ढूंढने में लगे हैं।
Sikkhim badh news: सिक्किम में बादल फटने से आई बाढ़ से भारी तबाही हुई थी। बाढ़ में सेना के कई जवान लापता हो गए थे। बता दें कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी। जिससे घाटी में सेना के कुछ कैंप प्रभावित हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, बादल फटने की घटना के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक 15 से 20 फिट तक बढ़ गया था। इसके बाद नदी से लगे आसपास के इलाकों में पानी भर गया। लोग घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए।
बाढ़ में गोला बारूद हुए गायब
बादल फटने से सिक्किम में आई बाढ़ के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन इस समय सबसे बड़ी समस्या गोला बारूद और हथियारों को ढूंढने की है जो बाढ़ में बह कर रिहायशी इलाकों में आ गए हैं। सेना के जवान अब उन युद्ध सामग्री को ढूंढने में लगे हैं, आर्मी की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है कि अगर गोला बारूद कहीं मिले तो स्थानीय प्रशासन को सूचना दी जाए। बता दें कि जवान बाढ़ में बह कर आयी युद्ध सामग्री को सुरक्षित तरीके से नष्ट कर रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल ने किया दौरा
सेना के 33 GOC लेफ्टिनेंट जनरल वीपीएस कौशिक ने सिक्किम के उन इलाकों का दौरा किया जो बादल फटने के बाद बाढ़ से प्रभावित हुए थे, लेफ्टिनेंट जनरल कौशिक ने स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनको सतर्कता से रहने का आदेश दिया। सैन्य अधिकारी मेजर शिवेंद्र मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में बाढ़ में बह कर रिहाइशी इलाकों में आए गोला बारूद को ढूंढ कर स्थानीय लोगों को सुरक्षित करने का काम किया। इस बाढ़ की चपेट में सेना का बुदरांग डिपो भी आ गया था। बाढ़ के पानी में बहकर पड़ोसी राज्य बंगाल पहुंचे मोर्टार को सेना ने नष्ट कर दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 48 घंटे में अब तक 36 मोर्टार नष्ट किए हैं। ऐसे ही बाढ़ में बहकर आए गोला बारूद फटने से दो स्थानीय लोगों की जान जा चुकी है।