Mohan Bhagwat: मोहन भागवत की बढ़ाई गई सुरक्षा, अब जेड प्लस से बढ़ाकर ASL की गई सिक्योरिटी

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मोहन भागवत को पहले से ही जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। लेकिन, अब उनकी सुरक्षा को जेड प्लस से बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कर दिया गया है।

Mohan Bhagwat: मोहन भागवत की बढ़ाई गई सुरक्षा, अब जेड प्लस से बढ़ाकर ASL की गई सिक्योरिटी

Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) को पहले से ही जेड प्लस श्रेणी (z plus category) की सुरक्षा मिली हुई थी। लेकिन, अब उनकी सुरक्षा को जेड प्लस से बढ़ाकर एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (Advanced Security Liaison) कर दिया गया है। एएसएल की सुरक्षा पीएम मोदी (PM Modi) और अमित शाह (Amit Shah) को दी जाती है। वहीं अब मोहन भागवत की सिक्योरिटी भी पीएम मोदी और शाह के बराबर हो गई है। गृह मंत्रालय ने समीक्षा बैठक के बाद यह फैसला लिया है।

आईबी के थ्रेट अलर्ट के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा

जानकारी के मुताबिक, मोहन भागवत की सुरक्षा आईबी के थ्रेट अलर्ट के बाद बढ़ाई गई है। अब नई सुरक्षा के बाद सीआईएसएफ की टीम उस जगह पर पहले ही पहुंच जाएंगे, जहां मोहन भागवत को जाना होगा। मौजूदा समय में उनकी सुरक्षा में 58 कमांडो 24 घंटे तैनात रहते हैं।  

सुरक्षा में भागीदारी अनिवार्य

एएसएल सुरक्षा के तहत जिला प्रशासन, पुलिस, हेल्थ और अन्य विभागों जैसी स्थानीय एजेंसियों की भागीदारी को अनिवार्य करता है। इसमें बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे के साथ तोड़फोड़ विरोधी भी जांच शामिल है। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर यात्रा की मंजूरी केवल विशेष रूप से डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में दी जाएगी और निर्धारित प्रोटोकॉल के मुताबिक संचालित होगी। 

रूल बुल के आधार पर काम करती है एएसएल

एएसएल एक रूल बुल के आधार पर काम करती है। इसे ब्लू बुक भी कहा जाता है। इसमें एक प्रकार का प्रोटोकॉल होता है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इसे विशेष ध्यान रखा जाता है। एएसएल में संबंधित राज्य में इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) के अधिकारी, राज्य के पुलिस अधिकारी और संबंधित जिला मजिस्ट्रेट शामिल होते हैं। एएसएल रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं।