Bihar Caste Census: बिहार सरकार ने जारी किए जातीय गणना के आंकड़े, जानिए सबसे ज्यादा हैं किस जाति के लोग
Bihar Caste Census: बिहार सरकार ने जातीय आधारित गणना की रिपोर्ट सोमवार यानी आज जारी कर दी है। इसी मामले पर बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है।
Bihar Caste Census: बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। सबसे बड़ी बात इसमें ये है कि बिहार में हिंदू आबादी (Hindu Population) सबसे अधिक 81 फीसदी है और उसके बाद 17 फीसदी आबादी मुस्लिम (Muslim) है, ईसाई धर्म (Christianity) की आबादी बिहार (Bihar) में .05 फीसदी है तो वहीं, बौद्धों (Buddhist) की आबादी .08 प्रतिशत और सबसे आखिर में सिख आबादी (Sikh Population) .01 फीसदी है। इस रिपोर्ट के हिसाब से सरकार ने कुल 215 जातियों का आंकड़ा जारी किया है। इन आंकड़ो के मुताबिक बिहार के जातीय समीकरण कुछ इस तरह है-
यादव- 14. 2666 फीसदी
कुर्मी- 2.8785 फीसदी
कुशवाहा- 4.2120 फीसदी
ब्राह्मण- 3.6575 प्रतिशत
भूमिहार- 2.8683 प्रतिशत
राजपूत- 3.4505 प्रतिशत
मुसहर- 3.0872 प्रतिशत
मल्लाह- 2.6086 प्रतिशत
बनिया- 2.3155 प्रतिशत
कायस्थ- 0.60 प्रतिशत
क्या बोले सीएम नीतीश कुमार
आज गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई!
जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा (Bihar Vidhansabha) के सभी नौ दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार (State Government) अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी एवं दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी।
इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना (Bihar Caste based census report) कराई है। जाति आधारित गणना (Caste Based Census) से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास के लिए बराबर कार्रवाई की जाएगी।