Rashtriya Swayamsevak Sangh : RSS शाखा में सरकारी कर्मचारियों के शामिल होने पर लगी रोक हटी, मायावती बोलीं तल्खी दूर करने के लिए BJP ने प्रतिबंध हटाया

द्र की भाजपा सरकार (BJP government) ने एक आदेश जारी करते हुए सरकारी कर्मचारियों के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तमाम गतिविधियों में हिस्सा लेने पर लगी रोक को हटा लिया है।

Rashtriya Swayamsevak Sangh : RSS शाखा में सरकारी कर्मचारियों के शामिल होने पर लगी रोक हटी, मायावती बोलीं तल्खी दूर करने के लिए BJP ने प्रतिबंध हटाया

Rashtriya Swayamsevak Sangh : केंद्र की भाजपा सरकार (BJP government) ने एक आदेश जारी करते हुए सरकारी कर्मचारियों (government employees) के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तमाम गतिविधियों में हिस्सा लेने पर लगी रोक को हटा लिया है। 58 साल पहले 1966 में केंद्र सरकार (Central government) ने सरकारी कर्मचारियों के राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया था।

RSS एक राजनीतिक पार्टी

केंद्र सरकार के सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की (RSS Shakha) गतिविधियों में शामिल होने पर बैन को हटाने के एक आदेश को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है।बसपा सुप्रीमो (BSP supremo) मायावती ने केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर हमला वर हो गईं हैं। उन्होंने कहा RSS एक राजनीतिक पार्टी है। RSS और भाजपा के बीच तल्खी दूर हो, इसलिए सरकार ने कर्मचारियों के शाखा में जाने पर लगा बैन हटाया है।

58 वर्ष से जारी था प्रतिबंध

उन्होंने (Mayawati) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि "सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस की शाखाओं में जाने पर 58 वर्ष से जारी प्रतिबंध को हटाने का केन्द्र का निर्णय देशहित से परे, राजनीति से प्रेरित संघ तुष्टीकरण का निर्णय, ताकि सरकारी नीतियों व इनके अहंकारी रवैयों आदि को लेकर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के बाद दोनों के बीच तीव्र हुई तल्खी दूर हो।"

RSS की गतिविधियां राजनीतिक ही नहीं, चुनावी भी

उन्होंने आगे लिखा सरकारी कर्मचारियों को संविधान व कानून के दायरे में रहकर निष्पक्षता के साथ जनहित व जनकल्याण में कार्य करना जरूरी होता है जबकि कई बार प्रतिबन्धित रहे आरएसएस की गतिविधियाँ काफी राजनीतिक ही नहीं बल्कि पार्टी विशेष के लिए चुनावी भी रही हैं। ऐसे में यह निर्णय अनुचित, तुरन्त वापस हो.