Ramvilas Vedanti: रामविलास वेदांती ने आडवाणी से की गुजारिश, आंखों से देखें रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

सोमवार 18 दिसंबर को एक प्रेस कांन्फ्रेंस में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चेयरमैन चंपत राय ने कहा था कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आना चाहिए।

Ramvilas Vedanti: रामविलास वेदांती ने आडवाणी से की गुजारिश, आंखों से देखें रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

Ramvilas Vedanti: राम मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन चंपत राय के लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को दिए बयानों के बीच राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी रहे डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा है कि आडवाणी को अयोध्या आना चाहिए। बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बीते दिनों आडवाणी और जोशी से प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में न आने का अनुरोध किया था।

वहीं इसी के बीच विश्व हिंदू परिषद ने भी लालकृष्ण आडवाणी को रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या आने का आमंत्रण दिया है।  

चंपत राय ने किया था मना

बता दें कि सोमवार 18 दिसंबर को एक प्रेस कांन्फ्रेंस में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चेयरमैन चंपत राय ने कहा था कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आना चाहिए क्योंकि दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है। 

वेदांती ने क्या कहा

डॉ राम विलास वेदांती ने कहा कि अब जब रामलला अपनी जन्मस्थान पर बने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं, तो लाल कृष्ण आडवाणी को अपनी आंखों से रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा देखनी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन किया है कि वह आडवाणी को  रामलला के गर्भगृह तक लाने की व्यवस्था करें। 

आडवाणी का राम मंदिर में योगदान

बता दें कि शताब्दियों से चले आ रहे राम जन्मभूमि आंदोलन को जनता की आवाज सबसे पहले लाल कृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में ही बनाया गया था। लालकृष्ण आडवाणी ने रामजन्म भूमि के लिए 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से राम रथ यात्रा की शुरुआत की। जब ये यात्रा डेढ़ महीने बाद बिहार पहुंची तो राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आडवाणी को गिरफ्तार कर लिया था।