Ramdas Athawale: रामदास अठावले ने मायावती को RPI का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का दिया ऑफर
रामदास अठावले ने VIP गेस्ट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बसपा प्रमुख मायावती को RPI में शामिल होने का ऑफर दिया। इतना ही नहीं अठावले ने कहा कि अगर मायावती हमारे साथ आती हैं तो उन्हें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना दिया जाएगा।
Ramdas Athawale: आज 29 जनवरी को लखनऊ पहुंचे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बसपा प्रमुख मायावती को एक खास ऑफर दे डाला है। रामदास अठावले ने VIP गेस्ट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बसपा प्रमुख मायावती को RPI में शामिल होने का ऑफर दिया। इतना ही नहीं अठावले ने कहा कि अगर मायावती हमारे साथ आती हैं तो उन्हें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना दिया जाएगा।
4 मार्च को होगा जनसभा का आयोजन
अठावले ने कहा कि आने वाली 4 मार्च को रमाबाई अंबडेकर मैदान में विशाल जनसभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें 40 से 50 हजार लोग शामिल होंगे। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, "बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया और बसपा सुप्रीमो का एक साथ होना बहुत जरूरी है। इससे उनके सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है।
भाजपा के नेताओं से भी RPI में आने की अपील
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "हमारी पार्टी केवल दलितों को ही नही बल्कि सभी को साथ लाने का प्रयास कर रही है, और इसमे हमें सफलता भी मिल रही है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैं न सिर्फ बसपा सुप्रीमो मायावती बल्कि भाजपा के तमाम नेताओं से भी कहूंगा कि वह भी हमारी पार्टी में आएं। जिससे कि हम बाबा साहब की विचारधाराओं को लोगों तक पहुंचा सके।" उन्होंने कहा, "देश भर में दलित पॉपुलेशन बहुत अधिक है। कांग्रेस और अपोजिशन के लोग कहते हैं कि मोदी सरकार संविधान बदलेगी लेकिन ऐसा नही है।
ममता दीदी भी हमारे साथ आएं
उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन मोदी जी को हराने आया है। नीतीश जी को जाने-आने की आदत है। नीतीश कुमार के आने से इंडिया को बड़ा झटका पहुंचा है। ममता दीदी, पंजाब में भगवंत मान भी अकेले लड़ रहे है। ममता दीदी को हमारा निमंत्रण है। वो भी नीतीश की तरह हमारे साथ आएं। उन्होंने कहा, "मायावती इंडिया में नहीं हैं। हम चाहते है कि बहुत सारे मुस्लिम लोग जो बीजेपी में नही जाना चाहे वो आरपीआई में आ सकते हैं। इससे आरपीआई मजबूत होगी और बीजेपी को फायदा मिलेगा।