Rahul Gandhi: राहुल गांधी सामंती सौदागरी के सूरमा बनना चाहते हैं- मुख्तार अब्बास नकवी

बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद में दिए भाषण पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यह जो सज्जन हैं, अलादीन का चिराग लेकर सपनों के सामंती सौदागरी के सूरमा बनना चाहते हैं।

Rahul Gandhi: राहुल गांधी सामंती सौदागरी के सूरमा बनना चाहते हैं- मुख्तार अब्बास नकवी

Rahul Gandhi: बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के संसद में दिए भाषण पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि यह जो सज्जन हैं, अलादीन का चिराग लेकर सपनों के सामंती सौदागरी के सूरमा बनना चाहते हैं।  

राहुल गांधी की बातें हवा-हवाई- मुख्तार अब्बास

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हवा-हवाई हुड़दंग के जरिए लोगों को बताना चाहते हैं कि हम फटाफट-फटाफट सबकुछ कर देंगे। दशकों तक आपने देश पर राज किया और देश इस बात को भलीभांति जानता है कि आपने क्या कुछ किया? आपके शासनकाल में किस तरह से एक परिवार ने पिंजरे में कैद करके सभी को रखा। किस तरह से आप लोगों ने तमाम जांच एजेंसियों को पिंजरे में कैद करके रखा हुआ था। आपने अपने शासनकाल में तमाम जांच एजेंसियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए किया।

‘ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं’

मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने कहा कि कांग्रेस की चतुराई में खुद उनके साथी लंबे समय तक फंसे रहे, लेकिन जब उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि वो पिंजरे में फंसे हुए हैं, तब तक काफी देर हो चुकी थी। मैं आखिर में यही कहना चाहूंगा कि ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं। अब आप अलादीन का चिराग लेकर सबको बता रहे हैं कि हम ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन हम सब जानते हैं कि आप लोग कुछ नहीं कर पाएंगे। अभी तक आपने देश का बंटाधार किया। अब आप हमें ज्ञान दे रहे हैं कि देश का कैसे बंटाधार करना है। मुझे नहीं लगता है कि अब देश आप पर विश्वास कर पाएगा।

धर्मांतरण अपराध है- मुख्तार अब्बास

मुख्तार अब्बास नकवी ने लव जिहाद को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि जबरन धर्मांतरण (religious conversion) अपराध है और इसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी ही चाहिए। जबरन धर्मांतरण को उत्तर प्रदेश या देश के किसी भी राज्य में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता है।”