Rahul Gandhi: रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल वायनाड से प्रियंका की चुनावी पारी का आगाज

लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ा फैसला लिया है। राहुल गांधी ने रायबरेली से सांसद बने रहने का फैसला लिया है। वहीं अब उनकी छोड़ी हुई सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी का आगाज करेंगी।

Rahul Gandhi: रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल  वायनाड से प्रियंका की चुनावी पारी का आगाज

Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) ने बड़ा फैसला लिया है। राहुल गांधी ने रायबरेली से सांसद बने रहने का फैसला लिया है। वहीं अब उनकी छोड़ी हुई सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) चुनावी पारी का आगाज करेंगी। 

वायनाड ने प्रियंका गांधी लड़ेंगी चुनाव

राहुल गांधी के रायबरेली सीट छोड़ने के बाद अब खबर सामने आ रही है कि उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी। बीते सोमवार को बैठक में ये फैसला लिया गया। प्रियंका के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने का एलान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने किया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी में हम सबने मिलकर तय किया है कि राहुल गांधी रायबरेली सीट से सांसद रहेंगे. वे वायनाड से भी चुनाव लड़े, वहां के लोगों का प्यार भी उन्हें मिला. इसलिए हम ने तय किया है कि वायनाड से श्रीमती प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी।"

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उठाए सवाल

कांग्रेस के इस फैसले पर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने सवाल उठाए हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि  ''प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे ज्यादा लोकप्रिय चेहरा हैं. उपचुनाव में टिकट देकर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की गई है. प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने वायनाड से लड़वाकर एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उन्हें हिंदुओं पर भरोसा नहीं है.'' दूसरी ओर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनवाला ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि  आज यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि परिवार की एक कंपनी है.’’  रायबरेली सीट इसलिए नहीं छोड़ने का फैसला किया क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वह ऐसा करते हैं तो उपचुनाव में यह सीट बीजेपी की झोली में चली जाएगी. इस डर में कांग्रेस ने ये फैसला लिया है।