Rahul Gandhi: रायबरेली मेरी दो माताओं की कर्मभूमि, इसीलिए चुनाव लड़ने आया- राहुल गांधी
लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को रायबरेली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रायबरेली मेरी दो माताओं की कर्मभूमि है इसलिए मैं यहां से चुनाव लड़ने आया हूं।
Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को रायबरेली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रायबरेली मेरी दो माताओं की कर्मभूमि है इसलिए मैं यहां से चुनाव लड़ने आया हूं।
रायबरेली मेरी दो माताओं की कर्मभूमि- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि मेरी दो माताएं हैं। एक सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और दूसरी इंदिरा गांधी (Indira Gandhi)। रायबरेली (Rae Bareli) मेरी इन दोनों माताओं की कर्मभूमि है। इसीलिए मैं यहां से चुनाव लड़ने आया हूं। कांग्रेस (Congress) देश के युवाओं के लिए क्या करने जा रही है। मैं ये बताने के लिए रायबरेली आया हूं। राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस ने रायबरेली में क्या-क्या काम किया। राहुल ने कहा कि जिला अस्पताल, AIIMS, NTPC, लालगंज रेल कोच फैक्ट्री, ऊंचाहार, स्पाइस पार्क, शारदा नहर, गंगा ब्रिज, राजीव गांधी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट, राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी, NIFT, FDDI, हाईवे इन जैसे तमाम काम हमने किए।
संविधान की रक्षा के लिए लड़ रही कांग्रेस- राहुल गांधी
उन्होंने आगे कहा कि रायबरेली से हमारे परिवार का रिश्ता 100 साल पुराना है। यह चुनाव इतिहास का पहला चुनाव है, जिसमें संविधान की रक्षा की लड़ाई कांग्रेस लड़ रही है। यह लड़ाई गरीबों की रक्षा के लिए है। सरकार बनी तो हर महिला के खाते में प्रतिमाह 8,500 रुपए भेजेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर हर युवा को अप्रेंटिसशिप मिलेगी। 15 अगस्त तक 30 लाख नौकरी देने का काम कांग्रेस पार्टी करेगी और देश में ठेकेदारी प्रथा बंद होगी।
नरेंद्र मोदी कोरोना में थाली बजवा दी- राहुल
रायबरेली से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी में मैं राइफल एके-47 की फैक्ट्री लेकर आया था। लेकिन बीजेपी की सरकार में अभी तक इस फैक्ट्री को शुरू नहीं किया गया है। क्योंकि नरेंद्र मोदी ये फैक्ट्री अडानी को देना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि कोरोना काल में वेंटिलेटर नहीं थे, ऑक्सीजन नहीं थी, गंगा में लाशों के ढेर लगे थे। तब नरेंद्र मोदी कहते थे कि मोबाइल की लाइट जलाओ, थाली बजाओ। नरेंद्र मोदी पूरे देश में जब ये सब करवा रहे थे, तब कोविड-19 से लोग मर रहे थे। लेकिन मीडिया कह रहा था- वाह..देखो, क्या प्रधानमंत्री हैं... थाली बजवा रहा है, मोबाइल की लाइट जलवा रहा है।