Paan ke Patte ke upay: पान के पत्तों से करें ये 4 उपाय रातों रात बन जाएंगे अरबपति!
सनातन धर्म में पान के पत्तों को विशेष महत्व होता है। पूजा पाठ में हर जगह पान के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्तों को शुभता और लाभ का प्रतीक माना गया है। स्कंद पुराण के अनुसार, पान के पत्तों की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी। पान के पत्तों में देवी-देवताओं का वास माना गया है। तो चलिए आपके बताते कि किन देवी देवताओं को पान का भोग लगाने से सोया हुआ भाग्य जाग जाता है.
Paan ke Patte ke upay: सनातन धर्म में पान के पत्तों को विशेष महत्व होता है। पूजा पाठ में हर जगह पान के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्तों को शुभता और लाभ का प्रतीक माना गया है। स्कंद पुराण के अनुसार, पान के पत्तों की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी। पान के पत्तों में देवी-देवताओं का वास माना गया है। यही कारण है कि पूजा-पाठ में मुख्य रूप से पान के पत्तों के इस्तेमाल होता है। पूजा के दौरान पान के पत्तों में सुपारी और अक्षत रखकर देवी देवताओं को अर्पित किया जाता है। ऐसे में मान्यता है कि देवी देवताओं को पान के पत्तों का भोग लगाने से किस्मत खुल जाती है। तो चलिए आपके बताते कि किन देवी देवताओं को पान का भोग लगाने से सोया हुआ भाग्य जाग जाता है...
पूजा में पान के पत्ते का इस तरह करें इस्तेमाल
भगवान शिव को पान के पत्ते पर लौंग, सुपारी, इलायची और कपूर रखकर अर्पित करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
पान के पत्ते पर तुलसी, फल और कमल का फूल रखकर भगवान विष्णु को भोग लगाने से वैवाहिक जीवन में सुख बना रहता है और जीवन में तरक्की के द्वार खुल जाते हैं।
धन की देवी मां लक्ष्मी को पान के पत्ते पर कमल फूल, श्रीफल और फल रखकर भोग लगाने से आर्थिक तंगी हमेशा के लिए दूर हो जाती है।
वहीं हर मंगलवार या शनिवार के दिन स्नान करके मंदिर जाकर भगवान बजरंगबली को पान का बीड़ा अर्पित करें। इस उपाय से हनुमान जी शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं, और भक्तों की सभी परेशानियों का बीड़ा उठाते हैं। रविवार के दिन पान का पत्ता लेकर घर से बाहर निकलने से रुके हुए सभी कार्य संपन्न होने लगते हैं।
अगर किसी व्यक्ति को बुरी नजर लग गई है तो इसके लिए नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की 7 पंखुड़ियां रखकर खिलाने से नजर दोष दूर होता है। क्योंकि पान के पत्ते में सकारात्मक ऊर्जा पाई जाती है। जो नकारात्मक शक्तियों को खत्म करता है।
अगर व्यापार में हानि हो रही है तो शनिवार के दिन 5 पीपल के पत्ते और 8 पान के साबुत डंडीदार पत्ते लेकर उन्हें एक धागे में पिरो दें। अब इसे दुकान में पूर्व दिशा की ओर बांध दें।ऐसा कम से कम 5 शनिवार तक लगातार करें। इसके बाद पुराने पत्तों को किसी नदी या कुएं में प्रवाहित कर दें...शुभ परिणाम मिलने लगेंगे।