Money Laundering Case: तमिलनाडु में मंत्री के 10 ठिकानों पर ईडी का छापा, भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई
राज्य के कोयंबटूर, करूर और तिरुचि में मंत्री के करीबियों के आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। नौकरी के बदले नकदी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की।
Money Laundering Case: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) गिरफ्तार मंत्री सेंथिल बालाजी (Minister Senthil Balaji) से जुड़े दस स्थानों पर छापेमारी की। राज्य के कोयंबटूर, करूर और तिरुचि में मंत्री के करीबियों के आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। नौकरी के बदले नकदी घोटाले (cash for job scams) में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने 14 जून को मंत्री सेंथिल बालाजी के आवास और कार्यालय में छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर पुझल केंद्रीय जेल में रखा गया था। ईडी ने तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ डीएमके नेता के. पोनमुडी (DMK leader K. ponmudi) के परिसरों पर भी छापेमारी की है।
गिरफ्तारी के बाद सीने में उठा दर्द
तमिलनाडु की पिछली अन्नाद्रमुक सरकार (AIADMK government) में मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले नकदी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस (money laundering case) में ईडी ने मंत्री से पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के फौरन बाद मंत्री बालाजी ने सीने में दर्द की शिकायत की थी और उन्हें ओमांदुरार सरकारी अस्पताल (Omandurar Government Hospital) ले जाया गया, जहां पता चला कि उनकी कोरोनरी धमनी में तीन ब्लॉक हैं। डॉक्टरों ने ब्लॉकों को हटाने के लिए उनको सर्जरी कराने का सुझाव दिया। हालांकि, मंत्री ने निजी अस्पताल में सर्जरी कराने पर जोर दिया। इसके लिए मंत्री ने मद्रास उच्च न्यायालय (Madras High Court) का दरवाज़ा खटखटाया। मद्रास उच्च न्यायालय ने मंत्री के पक्ष में फैसला सुनाया और निजी अस्पताल में सर्जरी की इजाजत दे दी। इसके बाद कावेरी अस्पताल (Kaveri Hospital) में उनका ऑपरेशन किया गया। वहीं ठीक होने के बाद उन्हें पुझल केंद्रीय जेल (Puzhal Central Jail) के मेडिकल वार्ड में रखा गया है।
चेन्नई पुलिस ने दर्ज कराई थी एफआईआर
बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने नौकरी के बदले नगदी घोटाले मामले में चेन्नई की मध्य अपराध शाखा पुलिस की दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग केस शुरु किया था। वहीं मद्रास हाईकोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए, सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी और उसके बाद सत्र अदालत की ओर से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के फैसले को वैध बताया था। ईडी ने बताया कि मंत्री की कोरोनरी बाईपास सर्जरी हुई है, इसीलिए जेल के अंदर उन्हें नियमित अंतराल पर आराम दिया जा रहा है।