Mayawati security: मायावती ने सुरक्षा को लेकर जताया खतरा, योगी से पार्टी दफ्तर बदलने की मांग, सपा पर साधा निशाना

बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर 2 दिनों के भीतर दूसरा जबरदस्त हमला बोला है। मायावती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करके समाजावादी पार्टी को दलित विरोधी बताते हुए तीखी बात कही है।

Mayawati security: मायावती ने सुरक्षा को लेकर जताया खतरा, योगी से पार्टी दफ्तर बदलने की मांग, सपा पर साधा निशाना

Mayawati security: आज सोमवार 8 जनवरी को जारी एक बयान में बसपा सुप्रीमो (Bahujan samaj party) और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर 2 दिनों के भीतर दूसरा जबरदस्त हमला बोला है। मायावती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट करके समाजावादी पार्टी को दलित विरोधी बताते हुए तीखी बात कही है।

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मायावती ने एक्स पर लिखा कि, सपा अति पिछड़ों के साथ-साथ जबरदस्त दलित विरोधी पार्टी है। इसी के साथ मायावती ने ये भी कहा कि हालांकि BSP ने पिछले लोकसभा चुनाव में SP से गठबन्धन करके इनके दलित-विरोधी चाल, चरित्र और चेहरे को बदलने का प्रयास किया था। लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद सपा फिर अपने दलित-विरोधी और जातिवादी एजेंडे पर आ गई।

गेस्ट हाउस कांड को किया याद

इसी के साथ सपा प्रमुख ने गेस्ट हाउस कांड का भी जिक्र किया। मायावती ने लिखा कि सपा के द्वारा कराए 2 जून 1995 के घिनौने कृत्यों को कोई भूला नहीं है। इनकी सरकार के द्वारा अनेकों दलित विरोधी फैसले लिए गए हैं। जिसको जनता जानती है और याद रखेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अब सपा मुखिया जिससे भी गठबन्धन की बात करते हैं उनकी पहली शर्त बसपा से दूरी बनाए रखने की होती है, जिसे मीडिया भी खूब प्रचारित करता है।

अराजक तत्व पहुंचा सकते हैं हानि

मायावती ने सपा के उपर एक और निशाना साधते हुए कहा कि सपा के सभी पुराने कांड लोगों को याद है इनमें से एक बीएसपी यूपी स्टेटआफिस (UP State Office Scandal) के पास ऊंचा पुल बनाने का कृत्य भी है जहां से षड्यन्त्रकारी अराजक तत्व पार्टी दफ्तर, कर्मचारियों व राष्ट्रीय प्रमुख को भी हानि पहुंचा सकते हैं जिसकी वजह से पार्टी को महापुरुषों की प्रतिमाओं को वहां से हटाकर पार्टी प्रमुख के निवास पर शिफ्ट करना पड़ा।

पार्टी दफ्तर बदलने की मांग

बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि असुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा सुझाव पर पार्टी प्रमुख को अब पार्टी की अधिकतर बैठकें अपने निवास पर करने को मजबूर होना पड़ रहा है, ऐसे हालात में बीएसपी यूपी सरकार से वर्तमान पार्टी प्रदेश कार्यालय के स्थान पर अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर व्यवस्था करने का भी विशेष अनुरोध करती है, वरना फिर यहां कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। साथ ही, दलित-विरोधी तत्वों से भी सरकार सख़्ती से निपटे, पार्टी की यह भी मांग है।

क्या है गेस्ट हाउस कांड

दरअसल 2 जून 1995 के दिन बसपा सुप्रीमो मायावती पर राजधानी लखनऊ में स्थित स्टेट गेस्ट हाउस के कमरा नंबर एक में हमला हुआ था। 2 जून 1995 को मायावती लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 1 में अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही थीं। तभी दोपहर करीब 3 बजे कथित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ ने अचानक गेस्ट हाउस पर हमला बोल दिया था।