Lucknow News: लखनऊ में फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

शनिवार रात लखनऊ के नहरिया चौराहा से फर्जी तरीके से जन्म- मृत्यु प्रमाण (How to make birth certificate) पत्र बनाने वाले तीन आरोपियों को STF (UP STF) ने गिरफ्तार किया है।  बताया जा रहा है कि एक आरोपी का चाचा डाक विभाग में कर्यरत है।

Lucknow News: लखनऊ में फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Lucknow News: शनिवार रात लखनऊ के नहरिया चौराहा से फर्जी तरीके से जन्म- मृत्यु प्रमाण (How to make birth certificate) पत्र बनाने वाले तीन आरोपियों को STF (UP STF) ने गिरफ्तार किया है।  बताया जा रहा है कि एक आरोपी का चाचा डाक विभाग में कर्यरत है। उसी की मदद से इनको लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिला जिसे यूज करके फर्जी सर्टिफिकेट्स और आधार कार्ड तैयार करते हैं। STF ने UIADI को लेटर भेजकर जानकारी मांगी है कि फर्जी तरकी से कितने आधारा कार्ड तैयार हुए हैं।

गाजियाबाद से 3 आरोपियों को किया गया था गिरफ्तार

लखनऊ एसटीएफ (Lucknow STF) के ASP विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि 30 नवंबर को गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी से भी ऐसे ही गैंग को पकड़ा गया था, ये गैंग सरकारी वेबसाइट से मिलती - जुलती वेबसाइट बनाकर कोविड वैक्सीन, जन्म और मृत्यु के फर्जी प्रमाण पत्र बनाया करता था। ये गैंग फ्रेंचाइजी बांटकर ये काम करता था। इस गैंग ने देश भर में 436 फ्रेंचाइजी बांटी थी। जहां से फर्टी सर्टिफिकेट बनाने का काम चलता था। गाजियाबाद से इस गैंगा को संचालित करने के आरोप में मोहम्मद साहिल, मोहम्मद जुबैर और रियाजुद्दीन की गिरफ्तारी हुई थी।

2 नवंबर को लखनऊ से दो और आरोपी गिरफ्तार किए गए

गाजियाबाद से पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने अपने तीन अन्य साथियों के नाम लिए जिनकों STF ने 2 नवंबर को लखनऊ से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम  मोहम्मद अरमान निवासी बहराइच, सहीम अंसारी निवासी कुशीनगर और मोहम्मद अफजल जो कि जौनपुर का रहने वाला है। इनके पास से तीन लैपटॉप, पांच मोबाइल, आधार कार्ड, पेनकार्ड, 1 लाख 25 हजार रुपए बरामद किए गए है।

डाक विभाग के कर्मचारी की मदद से बनाते थे फर्जी सर्टिफिकेट

एसटीएम की पूंछ ताछ में पता चला है कि मोहम्मद अरमान के चाचा जाबिर अंसारी ग्रामीण डाक सेवा में संविदाकर्मी के रूप काम करता है। जाबिर को आधार कार्ड बनाने के लिए डाक विभाग की तरफ से आईडी पासवर्ड दिया गया है। ये आरोपी इसी आईडी का इस्तेमाल करक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के जरिए फर्जी आधार कार्ड बनाते थे। STF ने बताया, इस गैंग से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने की जो डिटेल्स मिली है, उसके आधार पर UIADI को लेटर लिखा गया है। ताकि पता चल सके कि कितने आधार कार्ड फर्जी ढंग से बनाए गए हैं। मृत्यु प्रमाण पत्र का उपयोग बीमा कंपनियों से क्लेम लेने में किया जाता था। बीमा कंपनियों से भी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।