LCB Fertilizers New Plant: LCB फर्टिलाइजर्स के मैनुफैकचरिंग प्लांट का हुआ उद्घाटन, IIT कानपुर के प्रोफेसर बने मुख्य अतिथि
मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रोफेसर अंकुश शर्मा और मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर जनकराजन रामकुमार उपस्थित थे।
LCB Fertilizers New Plant: एलसीबी फर्टिलाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के पंडितपुर असढीया स्थित नए फर्टिलाइजर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का आज श्रीमती शांति पांडेय की अध्यक्षता में उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रोफेसर अंकुश शर्मा और मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर जनकराजन रामकुमार उपस्थित थे।
ये हुए कार्यक्रम में शामिल
विकाश प्रकाश (पोर्टफोलियो मैनेजर , SIIC, IIT कानपुर) अतिथि :- के . के मिश्रा (I G registar), मनीष पांडे (इंजीनियर रेलवे , आशुतोष त्रिपाठी, श्री प्रकाश मिश्रा आयोजक :- अक्षय श्रीवास्तव (फाउंडर, LCB फटीलीज़र्स प्राइवेट लिमिटेड) मुकेश चौहान (को- फाउंडर, LCB फटीलीज़र्स प्राइवेट लिमिटेड) शांति देवी पांडेय (समाज सेविका एवं मुख्य आयोजक)।
100 टन क्षमता के प्लांट का उद्घाटन
इस अवसर पर 100 टन प्रति माह क्षमता के साथ फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन किया गया। यह प्लांट 50 लोगों को सीधे रोजगार प्रदान करेगा। एलसीबी फर्टिलाइजर्स ने क्षेत्र के किसानों और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया है।
क्या है एलसीबी फर्टिलाइजर्स
एलसीबी फर्टिलाइजर्स एक कृषि-पोषण समाधान प्रदान करने वाली कंपनी है जो गेहूं, चावल, गन्ना, दालें, मसाले, फल और सब्जियों सहित विभिन्न फसलों के लिए एकल उपयोग वाले, फसल-विशिष्ट जैविक उत्पाद विकसित करती है। कंपनी के शोध एवं विकास प्रयासों में जीव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी और रासायनिक अभियांत्रिकी का उपयोग करके सूक्ष्मजीवों, नैनोकणों, अति-अवशोषी बहुलकों और जैविक रिएक्टरों के परस्पर सहयोगी संयोजन को विकसित किया गया है।
क्या लाभ प्रदान करता है एलसीबी फर्टिलाइजर्स
नवप्रवर्तन उत्पाद फसलों की खेती में तीन महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करते हैं। जैसे कि उर्वरकों की मात्रा में 30-50% की कमी। पैदावार में 15-35% तक की वृद्धि (मौसमी और भौगोलिक परिवर्तनों के अधीन), इसी के साथ अति-अवशोषी बहुलक प्रौद्योगिकी की मदद से सिंचाई की आवश्यकता में 33% की कमी। इसके अलावा, ये उत्पाद मिट्टी के सूक्ष्मजीवों की आबादी में वृद्धि, सी/एन अनुपात में सुधार, जल धारण क्षमता में वृद्धि और प्राथमिक एवं द्वितीयक जड़ों के बेहतर विकास जैसे अन्य लाभ भी प्रदान करते हैं।