Kanwar Yatra 2024 Route Map : कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट, प्रयागराज में आज से लागू होगा रूट डायवर्जन

22 जुलाई से सावन मास की शुरूआत हो रही है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए वाराणसी जाएंगे। कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार से लेकर प्रशासन तक अलर्ट है। कांवड़ यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन की ओर से तेजी से तैयारियां की जा रही है।

Kanwar Yatra 2024 Route Map : कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट, प्रयागराज में आज से लागू होगा रूट डायवर्जन

Kanwar Yatra 2024 Route Map : 22 जुलाई से सावन मास (month of savan) की शुरूआत हो रही है। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) भी शुरू हो रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए वाराणसी (Varanasi) जाएंगे। कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार से लेकर प्रशासन तक अलर्ट है। कांवड़ यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन की ओर से तेजी से तैयारियां की जा रही है। कांवड़ यात्रा यूपी के जिन जिलों से गुजरेगी वहां उनकी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। प्रयागराज (Prayagraj) में कांवड़ यात्रा को लेकर रूट डायवर्जन (route diversion) की तैयारी की गई है। हालांकि, अन्य यात्रियों को रूट डायवर्जन से काफी परेशानी होगी।

आज से लागू होगा रूट डायवर्जन 

जानकारी के मुताबिक, आज देर रात से ही रूट डायवर्जन लागू कर दिया जाएगा। जिसके बाद प्रयागराज से वाराणसी, जौनपुर व गोरखपुर जाने वाली रोडवेज बसें झूंसी व अंदावा के बजाय तेलियरगंज, फाफामऊ होते हुए सहसों की तरफ से भेजी जाएंगी। वही, उधर से आने वाली बसें भी इसी रूट से होकर प्रयागराज पहुंचेंगी। 

19 अगस्त तक चलेगा रूट डायवर्जन

बता दें कि, यह रूट डायवर्जन आज 20 जुलाई की रात से लागू हो जाएगा और 19 अगस्त तक चलेगा। दूरी बढ़ने से रोडवेज बसों के किराए में भी बढ़ोत्तरी होगी। 

बड़े अफसरों ने कई रूट का दौरा किया

कांवड़ यात्रा को देखते हुए जिले के बड़े अफसरों ने आज विभिन्न रूटों का दौरा किया। प्रयागराज से बनारस जाने वाला रास्ता, जिसमें हंडिया जाने वाली सड़क है उसको कावड़ यात्रा के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं यहां पर दक्षिणी लेन की सड़को पर ट्रैफिक चलता रहेगा। कावड़ियों के लिए जो भी विश्राम गृह बनाए गए हैं वहां पर भी पुलिस की ड्यूटी लगाई जाएगी। बता दें कि कांविरयों के दल प्रयागराज के संगम का पवित्र जल लेकर काशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर जाएंगे। इस कारण यहां शास्त्री ब्रिज व अंदावा रूट के मार्ग को खाली रखा जाएगा।