Israel-Hamas war: इजरायल ने राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनट की बैठक बुलाई, सीजफायर की संभावनाओं पर होगी चर्चा
इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट ने गुरुवार (22 अगस्त) को एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में हमास के साथ चले आ रहे युद्ध को रोकने की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। सुरक्षा कैबिनेट की बैठक इजरायल सुरक्षा बल यानि आईडीएफ मुख्यालय में आयोजित की जाएगी।
Israel-Hamas war: इजरायल (Israel) की राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट (National Security Cabinet) ने गुरुवार (22 अगस्त) को एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में हमास के साथ चले आ रहे युद्ध को रोकने की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। सुरक्षा कैबिनेट की बैठक इजरायल सुरक्षा बल (israel security forces) यानि आईडीएफ मुख्यालय (IDF Headquarters) में आयोजित की जाएगी। इजरायल ने ये साफ कर दिया है कि वह फिलाडेल्फिया और नेटज़ारिम कॉरिडोर (Philadelphia and Netzarim Corridor) में अपनी सेना को हटने नहीं देगा। इजरायल के रवैए से इस सप्ताह होने वाली काहिरा मध्यस्थता वार्ता असफल होती दिख रही है।
इजराइल के दौरे पर आए थे अमेरिकी विदेश मंत्री
दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) 18 अगस्त से 20 अगस्त तक इजराइल में थे। इस दौरान ब्लिंकन ने इजरायल के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठकें कीं। जिसमें राष्ट्रपति इसाक हर्ज़ोग, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) और रक्षा मंत्री योआव गैलेंट (Defense Minister Yoav Gallant) शामिल थे। उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फ़तह अल सिसी (Egyptian President Abdel Fatah al-Sisi) और कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम (Qatar's Prime Minister Mohammed bin Abdulrahman bin Jassim) से भी मुलाकात की।
मारे गए सैनिकों के परिवारों से नेतन्याहू ने की मुलाकात
19 अगस्त को येरूसलम में बेंजामिन नेतन्याहू के साथ 3 घंटे की बैठक के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा था कि इजरायल पक्ष ने शांति प्राप्त करने के लिए अमेरिका द्वारा रखे गए “मध्यस्थता प्रस्ताव” पर सहमति व्यक्त की है। नेतन्याहू ने मारे गए सैनिकों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इजरायली सेना फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और नेटज़ारिम कॉरिडोर में तैनात रहेगी।
हमास ने जारी किया एक संयुक्त बयान
वहीं, हमास ने फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के साथ बुधवार को एक संयुक्त बयान दिया। बयान में कहा गया कि वह एक व्यापक युद्धविराम और गाजा पट्टी से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी सहित किसी भी समझौते से कम को स्वीकार नहीं करेगा। बयान में कहा गया था कि इजरायल ने पहली वार्ता को नजरअंदाज करते हुए अपनी ओर से आक्रामकता जारी रखी। जिससे वार्ता असफल हुई और इजरायल इसका जिम्मेदार है।
टूटने के कगार पर युद्धविराम वार्ता
बता दें कि इसी साल मई में इजरायल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता हुई। जिसकी रूपरेखा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने तैयार की थी। अब इस वार्ता के विफल होने की आशंका बन रही है, क्योंकि फिलाडेल्फिया कॉरिडोर (philadelphia corridor) और नेटज़ारिम कॉरिडोर (Netzarim Corridor) दोनों में इजरायल ने अपने सैनिकों को बनाए रखने का फैसला लिया है। रिर्पोट्स के अनुसार, वरिष्ठ इजरायली अधिकारियों के अनुसार, वार्ता टूटने के कगार पर है। जिससे बंधक समझौते की संभावना भी न के बराबर रह गई है।