INDIA VS BHARAT: केंद्र ने कहा नाम बदलने की बात अफवाह, लेकिन भारत शब्द से क्यों है विपक्ष को दिक्कत
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने कहा है “ संसद के विशेष सत्र में इंडिया (India) का नाम बदलने की बातें अफवाह हैं”। उन्होंने विपक्ष से सवाल करते हुए ये भी पूछा कि विपक्ष को BHARAT शब्द से दिक्कत क्या है।
INDIA VS BHARAT: देश का नाम INDIA से बदलकर BHARAT करने का सियासी घमासान और तेज हो गया है। इस पूरी बहस की शुरुआत 8 से 10 सितंबर को होने वाली G-20 समिट के चलते हुई। जब भारत (BHARAT) की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (PRESIDENT DROUPADI MURMU) ने विभिन्न देशों के डेलिग्ट्स को राष्ट्रपति भवन एक निमंत्रण में बुलाया। आपको बता दें इस निमंत्रण पत्र में INDIA की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत (President of BHARAT) लिखा था। इसी के बाद से विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के इंडोनेशिया दौरे पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा था। इस पर भी विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
नाम बदलने की बात सिर्फ अफवाह- अनुराग ठाकुर
इन सब के बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) का भी एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि “नाम बदलने की बात कोरी अफवाह है, संसद के विशेष सत्र में ऐसे किसी भी मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं होने वाली है, फिर बेवजह अफवाह क्यों फैलाई जा रही है? ऐसी अफवाह कौन फैला रहा है? विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “आखिर भारत (Bharat) शब्द से किसी को क्या दिक्कत है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है, शायद यही वजह है कि जब भी वे विदेश जाते हैं तो वहां जाकर भारत की आलोचना ही करते हैं।
विपक्ष की ओर से आई तीखी प्रतिक्रिया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamta Banerjee) ने INDIA और BHARAT की इस सियासी गहमा गहमी में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “आज उन्होंने INDIA का नाम बदल दिया। G-20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रण पत्र में INDIA की जगह BHARAT का उल्लेख किया गया है। अंग्रेजी में हम INDIA और इंडियन कॉन्सटीट्यूशन (Indian Constitution) कहते हैं वहीं हिंदी में हम उसे भारत का संविधान बोलते हैं। इसमें नया क्या है, लेकिन INDIA नाम से दुनिया वाकिफ है। अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें देश का नाम बदलना पड़ा”। वहीं तमिलनाडु (Tamil Nadu) के सीएम एम.के. स्टालिन (CM M.K. Stalin) ने कहा कि “फांसीवादी बीजेपी शासन को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया था। लेकिन अब बीजेपी (BJP) इंडिया (INDIA) को बदलकर भारत (BHARAT) करना चाहती है।
बीजेपी ने BHARAT में बदलाव का वादा किया था लेकिन 9 सालों के बाद सिर्फ नाम ही बदला”। वहीं कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Choudhary) ने कहा कि “हिंदू नाम भी अंग्रेजों ने दिया। मुझे लगता है पीएम खुद इंडिया नाम से डरते हैं। जिस दिन से विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA पड़ा है, उसी दिन से पीएम मोदी (PM Modi) की INDIA नाम से नफरत बढ़ गई है। अगर वह सच में अंग्रेजों के इतन ही खिलाफ हैं तो उन्हें राष्ट्रपति भवन, जो कभी वाइसराय का घर था उसे त्याग देना चाहिए”। शिवसेना यूटीबी (Shivsena UTB) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने नाम बदले जाने को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि यह सरकार का डर है, जब से इस देश के प्रमुख दलों ने नाम इंडिया (India) रखा है तब से इन लोगों को अपने देश के नाम से ही डर लगने लगा है”।