Harak Singh Rawat : उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ED की रेड

डी की यह छापेमारी दो अलग-अलग मामलों में चल रही है, जिसमें एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है और दूसरा एक अन्य जमीन घोटाले से।

Harak Singh Rawat : उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ED की रेड

Harak Singh Rawat : उत्तराखंड में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में उनके ठिकानों पर आज बुधवार 7 फरवरी को छापेमारी कर रही है। ED की इन तीन राज्यों के 16 ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।

दो मामलों को लेकर हो रही छापेमारी

ईडी की यह छापेमारी दो अलग-अलग मामलों में चल रही है, जिसमें एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है और दूसरा एक अन्य जमीन घोटाला है। गौरतलब हो कि पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने हरक सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके बाद आज बुधवार सुबह ईडी ने हरक सिंह के ठिकानों पर रेड डाली है।

पेड़ों की अवैध कटाई करवाई

बता दें कि रावत साल 2019-20 में भाजपा सरकार में वन मंत्री थे। इस दौरान कॉर्बेट टाइगर सफारी प्रोजेक्ट के लिए कॉर्बेट पार्क के पाखरो रेंज में 6000 पेड़ों की अवैध कटाई हुई थी, जबकि इजाजत सिर्फ 169 पेड़ों को काटने की थी। इसके अलावा पाखरो रेंज में अवैध निर्माण भी हुआ था। इस मामले को लेकर रावत और उनके विभाग के अधिकारियों पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे। ED आज इसी मामले को लेकर छापेमारी कर रही है।

 

हरक सिंह रावत के आवास पर ED मुस्तैद 

जानकारी के अनुसार, कुल 12 ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है। इस मामले में संलिप्त कुछ फारेस्ट अधिकारियों और आईएफएस के आवासों पर भी रेड पड़ी है। हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, कॉलेज व अन्य संस्थानों पर ईडी सुबह से ही डेरा जमाए हुए है। दूसरी ओर फारेस्ट लैंड स्कैम में ईडी ने हरक सिंह के साथ कई और लोगों के 10 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है।

2022 में BJP से 6 साल के लिए हुए थे बर्खास्त

बता दें कि साल 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने अपने कैबिनेट और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हरक सिंह रावत को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद हरक सिंह रावत विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए। साल 2016 में हरक सिंह रावत सहित कुल 10 विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ बगावत की थी और भाजपा में चले गए थे।