Ganga Mahotsav: वाराणसी में आज से शुरु होगा पांच दिवसीय गंगा महोत्सव, 23-27 नवंबर तक घाट पर सजेगी सुर और साज़ की महफिल
तीर्थ नगरी काशी में आज से पांच दिवसीय गंगा महोत्सव का आगाज होने जा रहा है। वाराणसी में 23 नंवबर से लेकर 27 नंवबर तक चलने वाले देव दीपावली महोत्सव के तहत राजघाट और राजेंद्र प्रसाद घाट पर गीत संगीत की महफिल सजेगी।
Ganga Mahotsav: तीर्थ नगरी काशी में आज से पांच दिवसीय गंगा महोत्सव का आगाज होने जा रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से देव दीपावली को राजकीय मेला घोषित किये जाने के बाद पहली बार पांच दिनों तक गंगा महोत्सव मनाया जाएगा। वाराणसी में 23 नंवबर से लेकर 27 नंवबर तक चलने वाले देव दीपावली महोत्सव के तहत राजघाट और राजेंद्र प्रसाद घाट पर गीत संगीत की महफिल सजेगी। सुर और साज से दोनों घाट गुजायमान होंगे।
मंत्री, विधायक और मेयर करेंगे शुभारंभ
जानकारी के मुताबिक पर्यटन और संस्कृति विभाग की तैयारियों के बीच गुरुवार शाम विभिन्न घाटों पर पांच दिवसीय गंगा महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री, विधायक, मेयर और जनप्रतिनिधि दीप प्रज्ज्वलित कर करेंगे।
राजघाट पर शाम 5.30 बजे होगा गंगा महोत्सव का आगाज़
यूपी सरकार की ओर से देव दीपावली को जब से एक नई पहचान मिली है...इसकी भव्यता चारो और फैल गई है। बता दें कि 23 नवंबर को शाम 5.30 बजे गंगा महोत्सव का आगाज राजघाट पर होगा। इस कार्यक्रम का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल और दयाशंकर मिश्र 'दयालु' द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया जाएगा। 23 से 27 नवम्बर तक चलने वाले इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में हर रोज सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में कई कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
राजेंद्र प्रसाद घाट पर प्रतिदिन होंगे सांस्कृति कार्यक्रम
वाराणसी के डॉ राजेन्द्र प्रसाद घाट पर होने वाले गंगा महोत्सव का शुभारंभ महापौर अशोक तिवारी और पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी करेंगे। काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विजेता प्रतिभागी डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट पर आयोजित गंगा महोत्सव के सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। यह कार्यक्रम प्रतिदिन शाम 5.30 बजे से लेकर रात 10 बजे तक चलेगा।
गंगा महोत्सव में राजनाथ सिंह भी हो सकते हैं शामिल
गंगा महोत्सव में राजघाट पर देव दीपावली आयोजन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के भी शामिल होने की आशंका है। 27 नवंबर को राजघाट पर शास्त्रीय गायक मनाली बोस प्रस्तुति देंगी, उसके साथ सुरभि सिंह शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करेंगी।
गंगा महोत्सव लिए अलग से बजट होगा जारी
जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी के प्रबंधन के तहत देव दीपावली समेत गंगा महोत्सव का आयोजन होगा। वहीं राज्य सरकार गंगा महोत्सव के लिए अलग से बजट जारी करेगी। वैसे तो देव दीपावली का मुख्य आयोजन 27 नवंबर को होगा लेकिन इसे पांच दिनों तक महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
बता दें कि सरकार के इस फैसले के बाद देव दीपावली के आयोजन पर होने वाला खर्च नगर विकास विभाग उठाएगा। इससे मेला स्थलों पर सड़क, बिजली, शौचालय और आश्रय स्थल जैसी सुविधाओं का विकास करना आसान होगा। देव दीपावली को देखने के लिए प्रदेश भर के लोगों में इतना उत्साह है कि होटल-लॉज की बुकिंग फुल हो गई है।
सरकार से जारी विशेष बजट में होंगे इंतजाम
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए सफाई, लाइटिंग, सुरक्षा और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए प्रदेश सरकार की और से एक विशेष बजट जारी किया गया है। नगर विकास विभाग के जरिए देव-दीपावली की तैयारी को कराया जाएगा।
विदेशी पर्यटक लेंगे इस कार्यक्रम में हिस्सा
बता दें कि देव-दीपावली का स्वरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है, ऐसे में देश-विदेश से श्रद्धालु पर्यटक इसमें हिस्सा लेते हैं। देव-दीपावली का आयोजन वर्तमान में जिला प्रशासन, नगर निगम व अन्य विभागों के सहयोग से होता था। आयोजन को सरल तरीके से सुव्यवस्थित सम्पन्न कराने में मदद मिली है।
धरती पर उतरते हैं देवी देवता
सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देवी-देवता स्वर्ग लोक से नीचे धरती पर उतर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
माना जाता है कि भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर नाम के एक राक्षस का संहार करके देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। त्रिपुरासुर के अत्याचारों से मिली मुक्ति और भगवान शिव के इस कृत्य पर सभी देवता अपनी प्रसन्नता जाहिर करने के लिए भगवान शिव की नगरी काशी पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित करते हैं और खुशियां मनाते हैं।
घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
देव दीपावली के मद्देनजर काशी के 84 गंगा घाटों को नौ जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा गया है। अत्यधिक भीड़ वाले घाटों पर क्यूआरटी की 20 टीम तैनात रहेंगी। 11 विशेष टीमें लाउडहेलर के साथ घाटों पर पेट्रोलिंग करेंगी। 17 प्रमुख घाटों पर एंटी रोमियो स्क्वॉड की टीमें रहेंगी। एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड के कमांडो भी तैनात किए जाएंगे।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथ
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर 11 पिंक बूथ का निर्माण किया जा रहा है। राजघाट, नमोघाट, रामनगर के हनुमान मंदिर, बंगाली टोला इंटर कॉलेज, डुमराव बाग, गोदौलिया चौराहा और रामापुरा चौराहा पर इंटीग्रेटेड इमरजेंसी हेल्प डेस्क बनेगी। गंगा में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 16 गोताखोरों की टीम के अलावा 11 एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीम वाटर एम्बुलेंस के साथ तैनात रहेगी।