Bengal former CM Buddhadev Bhattacharya: बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन, पद्म भूषण लेने से कर दिया था इनकार
केंद्र सरकार ने 2022 में बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण से सम्मानित करने की घोषणा की थी। लेकिन उन्होंने यह सम्मान लेने से मना कर दिया था।
Bengal former CM Buddhadev Bhattacharya: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य (Former Chief Minister Buddhadev Bhattacharya) का आज (8 अगस्त) सुबह निधन हो गया। उन्होंने 80 साल की उम्र में कोलकाता (Kolkata) स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थे, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
बेटे सुचेतन भट्टाचार्य ने की मौत की पुष्टि
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य लंबे समय से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (chronic obstructive pulmonary disease) से जूझ रहे थे। 29 जुलाई को उन्हें कोलकता के अलीपुर में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका निमोनिया का इलाज चल रहा था, इस दौरान उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था। तबीयत में थोड़ा सुधार होने पर 7 अगस्त को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। वहीं आज 8 अगस्त की सुबह करीब 8.20 मिनट पर उन्होंने अपने आवास पर आखिरी सांस ली। पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे सुचेतन भट्टाचार्य (Suchetan Bhattacharya) ने उनकी मौत की पुष्टि की है। जिसके बाद राजनीतिक जगत में शोक की लहर छा गई है। इससे पहले भी उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
11 साल तक रहे पश्चिम बंगाल के CM
बुद्धदेव भट्टाचार्य (Buddhadev Bhattacharya) ने करीब 11 साल पश्चिम बंगाल की सत्ता संभाली थी। ज्योति बसु के बाद साल 2000 से 2011 तक बुद्धदेव बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। वे 2015 तक मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी (marxist communist party) की पोलित ब्यूरो (politburo) के सदस्य थे। इसके बाद उन्होंने पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति से इस्तीफा दे दिया था। 2018 में राजनीति से संन्यास ले लिया था।
ममता बनर्जी के आने से खत्म हुआ CPM का वर्चस्व
बुद्धदेव भट्टाचार्य ने 2011 के राज्य चुनावों की कमान संभाली थी, लेकिन इस बार उनके नेतृत्व में सीपीएम को सफलता नहीं मिली। इस चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। राज्य की राजनीति में ममता बनर्जी के उदय के साथ वामपंथी पार्टी (leftist party) हाशिए पर पहुंच गई। ममता बनर्जी ने 34 साल से सत्ता पर काबिज वामपंथी सरकार के वर्चस्व को खत्म कर दिया।
बुद्धदेव ने पद्म भूषण लेने से कर दिया था इनकार
केंद्र सरकार (Central government) ने 2022 में बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण (Padma Bhushan) से सम्मानित करने की घोषणा की थी। लेकिन उन्होंने यह सम्मान लेने से मना कर दिया था। पद्म भूषण लेने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा था कि मैं पद्म भूषण सम्मान के बारे में कुछ नहीं जानता। मुझे किसी ने इसके बारे में नहीं बताया। अगर मुझे पद्म भूषण सम्मान दिया गया है तो मैं इसे अस्वीकार कर रहा हूं।