ED action against key aide of Lawrence Bishnoi : लॉरेंस बिश्नोई के प्रमुख सहयोगी पर ईडी की कार्रवाई, गैंगस्टर चीकू की 18 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ कथित संबंधों वाले हरियाणा के कुख्यात अपराधी सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू की 17.82 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां जब्त की हैं। 

ED action against key aide of Lawrence Bishnoi : लॉरेंस बिश्नोई के प्रमुख सहयोगी पर ईडी की कार्रवाई, गैंगस्टर चीकू की 18 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क

ED action against key aide of Lawrence Bishnoi: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ कथित संबंधों वाले हरियाणा के कुख्यात अपराधी सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू की 17.82 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां जब्त की हैं। कुर्क की गई संपत्तियों में नकदी, बैंक बैलेंस और चीकू के परिवार के सदस्यों की जमीन शामिल है, जो हरियाणा के नारनौल और राजस्थान के जयपुर में फैली हुई है।

कुख्यात गैंगस्टर चीकू को किया गया था गिरफ्तार

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर चीकू (Notorious Gangster Cheeku) को पिछले महीने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में बंद है। जांच एजेंसी ने अपनी जांच में पाया कि चीकू अपने सहयोगियों के माध्यम से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के अपराध की आय का प्रबंधन कर रहा था। वह गलत कमाई से अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के नाम पर संपत्ति अर्जित कर रहा था। उसे खनन, शराब और टोल प्लाजा जैसे विभिन्न व्यवसायों में अपराध की आय का निवेश करते हुए भी पाया गया था।

सुरेंद्र सिंह उर्फ चीकू के साथ उसके बहनोई विकास कुमार पर भी हरियाणा पुलिस ने अपहरण, हत्या और जबरन वसूली का आरोप लगाया है। ईडी की जांच में उसके फर्जी कंपनियों के जरिए खनन कारोबार में शामिल होने के सबूत मिले हैं। उसे और उनके बहनोई को क्षेत्र के व्यवसायियों से जबरन वसूली करते हुए भी पाया गया है।

हरियाणा और राजस्थान में 1 दर्जन से अधिक स्थानों पर मारी गई छापेमारी

ईडी ने एक बयान में कहा, "खनन व्यवसायों से उगाही गई अपराध की आय कानूनी बैंकिंग चैनलों के माध्यम से अर्जित की गई, सामान्य अर्थव्यवस्था में प्रवाहित की गई और अचल संपत्तियों की खरीद तथा व्यक्तिगत उपभोग के लिए इस्तेमाल की गई।" ईडी ने अपराध की आय का पता लगाने के लिए हरियाणा और राजस्थान में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापे मारे, जिसमें संपत्ति के कागजात, नकदी बही-खाता और अन्य सहित कई हानिकारक दस्तावेज बरामद किए।