Border-Gavaskar Trophy: भारतीय टीम में मोहम्मद शमी की वापसी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए हो सकता है सेलेक्शन
टीम इंडिया के एक गेंदबाज का खौफ अभी से ऑस्ट्रेलिया खेमे में देखा जाने लगा है। इस खिलाड़ी का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) में खेलना अब लगभग तय माना जा रहा है। खास बात ये है कि इस सीरीज के लिए जब टीम का चयन किया जाना था तब इस खिलाड़ी को नज़रंदाज़ कर दिया गया था। उसके बाद से घरेलू सीरीज में इस खिलाड़ी ने ऐसा प्रदर्शन किया है कि टीम के चयनकर्ता फिर से उसे आस्ट्रेलिया दौरे पर भेजने को बेताब हो गए हैं।
Border-Gavaskar Trophy: टीम इंडिया के एक गेंदबाज का खौफ अभी से ऑस्ट्रेलिया खेमे में देखा जाने लगा है। इस खिलाड़ी का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) में खेलना अब लगभग तय माना जा रहा है। खास बात ये है कि इस सीरीज के लिए जब टीम का चयन किया जाना था तब इस खिलाड़ी को नज़रंदाज़ कर दिया गया था। उसके बाद से घरेलू सीरीज में इस खिलाड़ी ने ऐसा प्रदर्शन किया है कि टीम के चयनकर्ता फिर से उसे आस्ट्रेलिया दौरे पर भेजने को बेताब हो गए हैं। इसे कहते हैं दमदार वापसी, इस गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ पांच मैचों की हाई प्रोफाइल टेस्ट सीरीज से पहले घरेलू सीरीज में 7 विकेट लेकर तूफान मचाया है। करीब एक साल बाद जब पिच पर ये गेंदबाज बॉलिंग करने के लिए उतरा तो उसने कहर बरपाया है। ये गेंदबाज मानों तबाही का दूसरा नाम है। अपनी कातिलाना गेंदबाजी से ये गेंदबाज किसी भी मैच को पलटने में माहिर है।
मोहम्मद शमी के नाम से कांपे आस्ट्रेलियाई
वर्ल्ड क्रिकेट में जिताने वाला ये गेंदबाज है टीम इंडिया की गेंदबाजी की रीढ़ मोहम्मद शमी (Mohammed Shami)। शमी ने हाल ही में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के खिलाफ रणजी ट्रॉफी (Ranji trophy) के मैच में 7 विकेट लेकर अपने शानदार खेल का परिचय दिया है और वो भी तब शमी बार्डर गावस्कर ट्राफी के लिए खुद से तैयार थे औरे उन्हें मौक़ा नहीं मिला, लेकिन इस तूफानी प्रदर्शन के बाद मोहम्मद शमी का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेलना लगभग तय माना जा रहा है। मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने मध्यप्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी (ranji trophy) के मैच में 43.2 ओवर गेंदबाजी की और 7 विकेट चटकाए। इसके अलावा मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने इस मैच में 36 रनों की तेज तर्रार पारी भी खेली। शमी के इस प्रदर्शन के चलते बंगाल ने यह मैच 11 रन से जीत लिया। एक ताजा मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को भारत की टेस्ट टीम में जल्द ही शामिल किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा सकते हैं मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी का 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया जाना तय है। इसके पीछे दो अहम कारण हैं। पहला तो ये कि आस्ट्रेलिया दौरे पर गई टीम इंडिया में कई सीनियर खिलाड़ी चोटिल हुए हैं और दूसरा शमी ने सर्जरी के बाद अपनी फिटनेस को अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है। आस्ट्रेलिया में शमी का रिकॉर्ड भी काफी अच्छा है। उछाल वाली पिचों पर शमी टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मोहम्मद शमी कप्तान रोहित शर्मा के साथ ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं। हालांकि, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोहम्मद शमी को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने पर फैसला पर्थ में होने वाले पहले टेस्ट मैच के बाद ही लिया जाएगा।
भारत के लिए मोहम्मद शमी हैं बेस्ट
34 साल के हो चुके तेज गेंदबाज शमी ने भारत के लिए 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट हासिल किए हैं। मोहम्मद शमी ने टेस्ट क्रिकेट में 6 बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है। टेस्ट मैचों में मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) का बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन 118 रन देकर 9 विकेट है। जबकि 101 वनडे मैचों में मोहम्मद शमी ने 195 विकेट हासिल किए हैं। मोहम्मद शमी ने वनडे क्रिकेट में 5 बार पारी में 5 विकेट लेने का कमाल किया है। वनडे क्रिकेट में मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) का बेस्ट बॉलिंग प्रदर्शन 57 रन देकर 7 विकेट है। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने 23 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 24 विकेट चटकाए हैं। इस तरह भारत के लिए मोहम्मद शमी इंटरनेशनल क्रिकेट में 448 विकेट हासिल कर चुके हैं।
दुनियाभर के बल्लेबाजों में मोहम्मद शमी का खौफ
अपनी घातक यॉर्कर गेंदों से विकेट चटकाने वाले मोहम्मद शमी की टक्कर अपने ही हमवतन जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) से होती है। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) दोनों ही टीम इंडिया के सबसे घातक हथियार हैं। दुनियाभर के बल्लेबाजों में मोहम्मद शमी का खौफ है। मोहम्मद शमी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच पिछले साल 19 नवंबर को खेला गया था, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व कप फाइनल मुकाबला था। इस मैच के बाद से मोहम्मद शमी घुटने की चोट के कारण कोई मैच नहीं खेले और शमी ने खेली जा रही रणजी ट्रॉफी (ranji trophy) के जरिए करीब एक साल बाद सक्रिय क्रिकेट में वापसी की।