Constitution Day: देश आज मना रहा अपना 74वां संविधान दिवस, 1950 से हुई थी शुरुआत

वर्ष 1950 से देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 2014 तक इस दिन को राष्ट्रीय कानून दिवस के तौर पर मनाया जाता था, लेकिन 2015 में सरकार ने राष्ट्रीय कानून दिवस को बदलकर संविधान दिवस कर दिया।

Constitution Day: देश आज मना रहा अपना 74वां संविधान दिवस, 1950 से हुई थी शुरुआत

Constitution Day: वर्ष 1950 से देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 2014 तक इस दिन को राष्ट्रीय कानून दिवस के तौर पर मनाया जाता था, लेकिन 2015 में सरकार ने राष्ट्रीय कानून दिवस को बदलकर संविधान दिवस कर दिया। बता दें कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने औपचारिक रूप से भारत के संविधान को अपनाया था। इसके बाद 26 नवंबर 1950 को संविधान लागू हुआ, जिसे गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 

प्रत्येक वर्ष संविधान अपनाने की तारीख 26 नवंबर को याद करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर, 1949 तक संविधान तैयार कर लिया गया था, लेकिन इसे लागू करने से दो महीने पहले तक हर बारीकी पर नजर रखी गई। इस दौरान संविधान को अच्छे से पढ़ा गया और फिर अंग्रेजी से हिंदी में इसका ट्रांसलेशन किया गया। भारत के संविधान को तैयार होने में दो साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा। इस दौरान संविधान सभा ने 166 दिनों तक बैठकें कीं।  

24 जनवरी को संविधान पर सदस्यों ने किया साइन
संविधान सभा के सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित प्रतियों (हिंदी और अंग्रेजी में) पर हस्ताक्षर किये। दो दिन बाद यानी 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान देश का कानून बन गया और लागू हुआ। इस तरह अंग्रेजों से आजाद होने के बाद भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बना। संविधान लागू करने से पहले इसमें शामिल किए गए कानूनों पर काफी बहस हुई। भाषा, अधिकार, अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर संविधान सभा में काफी बहस हुई। 

नेताओं ने दी संविधान दिवस की बधाई

आज 26 नवंबर को संविधान दिवस के मौके पर तमाम नेताओं ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की  बधाई दी। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 'देश की अखंडता एवं विविधताओं को संजोकर रखने वाले संविधान पर हमें गर्व है। मैं संविधान दिवस के मौके पर बाबा साहेब को सादर नमन करता हूं। उन्होंने संविधान के रूप में देश को अद्वितीय सौगात दी, जो हमारे लोकतंत्र का आधार स्तंभ है। कृतज्ञ राष्ट्र सदैव उनका ऋणी रहेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, 'भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है। हम आज 74वें संविधान दिवस को मना रहे हैं। हम इसके निर्माताओं के प्रति श्रद्धा का भाव प्रकट करते हैं, क्योंकि उन्होंने हर एक भारतीय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की गारंटी दी।