Car Central Lock: कारों के सेंट्रल लॉक बने जानलेवा, ऐसे करें अपनी हिफाज़त
हाल ही में यूपी में कई ऐसी दर्घटनाएं हुई हैं जिसमें हादसे के बाद कार का दरवाजा नहीं खुल पाया और उसमें बैठे लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
Car Central Lock: हाल ही में यूपी में कई ऐसी दर्घटनाएं हुई हैं जिसमें हादसे के बाद कार का दरवाजा नहीं खुल पाया और उसमें बैठे लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। ताजा घटना बरेली में हुई थी, जिसमें एक कार में बैठे 8 बारातियों की जलकर मौत हो गई। हादसा बरेली में नैनीताल हाईवे पर हुआ था। यहां एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर दूसरी लेन में आ गई। इतने में सामने से आ रहे डंपर ने कार को टक्कर मारी। जिसके बाद कार और डंपर में आग लग गई। जिसके बाद कार सवार बाहर नहीं निकल पाए। सबकी कार के अंदर जलकर मौत हो गई। इससे पहले ऐसी ही घटना नोएडा में हुई थी, जिसमें दो युवकों की कार में जलकर मौत हो गई थी।
ऐसे कई हादसे आए-दिन सामने आ रहे हैं। जिसमें घटना के बाद कार का सेंट्रल लॉक ना खुलने से जान पर बन आती है। ऐसे में आज मतलब की खबर में हम आपको बताएंगे कि कार में सेंट्रल लॉक न खुलने की स्थिति में जान बचाने के लिए क्या करना चाहिए। साथ ही कार से जुड़े कुछ सेफ्टी टिप्स भी शेयर करेंगे।
कार को रिमोट से बंद करने पर कार सेंट्रल लॉक होती है। इसमें लॉक का कनेक्शन कार की बैटरी से होता है। इस सिस्टम का उद्देश्य कार को चोरी होने से बचाना है। लेकिन कई बार ये लॉकिंग सिस्टम जाम हो जाता है और कार का दरवाजा खुल नहीं पाता है। जिससे कार के अंदर बैठे लोग फंस जाते हैं। इसके अलावा अगर किसी कारण बैटरी से कनेक्शन टूट गया तो भी कार लॉक हो जाती है। इस स्थिति में कार का हॉर्न भी काम करना बंद कर सकता है। इसके अलावा कार को तेजी से झटका लगने पर भी लॉक जाम हो सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।
सेंट्रल लॉक सिस्टम में उसका रिमोट कार के इंजन में लगी बैटरी से चलता है। हादसे के दौरान अचानक कार को तेज झटका लगने से बैटरी काम करना बंद कर देती है। इसके अलावा कार में आग लगने की स्थिति में भी बैटरी काम नहीं करती है और उसका कनेक्शन सेंट्रल लॉक से टूट जाता है। इस सिचुएशन में सेंट्रल लॉक जाम हो जाता है और काम करना बंद कर देता है।
अगर कभी आपकी कार सेंट्रली लॉक हो जाए तो, इन टिप्स का इस्तेमाल करें-
1- अगर गाड़ी सेट्रल लॉक हो जाए तो कार में आगे की सीट पर लगे हेडरेस्ट को निकाल लें। फिर हेडरेस्ट के मेटल वाले हिस्से को खिड़की के अंदर जाने वाली जगह पर फंसा कर, आप कांच तोड़ दें। जिससे आप कार से बाहर निकल सकते हैं।
2- सीटबेल्ट के मेटल हुक को खिड़की के कांच के किनारे पर मारें और साइड से कांच में हुक को फंसाते हुए खींचे, जिससे कांच टूट जाएगा।
3- अगर खिड़कियों से निकलना मुश्किल हो तो ही विंडशील्ड को तोड़ने की कोशिश करें।
4- विंडशील्ड लैमिनेटेड ग्लास से बनी होती है जो काफी मजबूत होती है। इसे तोड़ने के लिए पैरों को विंडशील्ड पर adjust कर के सीट का सहारा लेते हुए जोर लगाना होगा।
5- पानी और ढ़लान वाली जगह पर बाहर निकलने के लिए बैक सीट पर जाएं। रेयर सीट को नीचे गिरा लें। इसके बाद ट्रंक डोर पैनल का Switch On करें। इससे डिग्गी खुल जाएगी। फिलहाल ये सिस्टम नई वाली कारों में दिया जा रहा है।
6- कार की टूल किट्स के जरिए भी आप खिड़की तोड़ कर बाहर आ सकते हैं।
इसके साथ ही कार में सेंट्रल लॉक को लेकर कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए। जैसे-
1- कार में सेंट्रल लॉक लगवाते समय बजर जरूर लगवाएं। ताकि कार के अंदर हलचल होने पर बजने लगे और आप अलर्ट हो सकें।
2- कार से उतरते समय उसे पूरी तरह अंदर चेक कर लें। कई बार बच्चे बंद कार के अंदर ही रह जाते हैं।
3- कार से उतरने के बाद कार को तुरंत ही लॉक कर दें ताकि अनदेखी में कोई अंदर घुसकर न बैठ सके।
4- घर के अंदर कार पार्क करते समय विंडो ग्लास बहुत हल्का सा खुला रहने दें ताकि क्रॉस वेंटिलेशन बना रहे।
5- अगर कार में बच्चों के साथ सफर करके वापस आए हैं तो उतरने के बाद लॉक करने से पहले एक बार कार के अंदर डिग्गी चेक कर लें कि कोई बच्चा छिपकर तो नहीं बैठा है।
6- कार के सेंट्रल लॉक सिस्टम का डुप्लीकेट रिमोट घर में ऐसी जगह पर रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर जल्दी और आसानी से मिल सके।