Vaibhav Suryavanshi: बिहार के लाल, वैभव सूर्यवंशी ने किया कमाल, 12 साल की उम्र में किया रणजी ट्रॉफी का आगाज़
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्राफी में बिहार के वैभव सूर्यवंशी शामिल हुए हैं। जिन्होंने महज 12 साल 284 दिन की उम्र में बिहार रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया है।
Vaibhav Suryavanshi: कहते हैं कि प्रतिभा न उम्र की मोहताज होती है और ना ही इंसान का स्टेटस देखती है। किसान के घर पैदा हुए बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी की सफलता की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। जिस उम्र में बच्चे रबर की बॉल से खेलते हैं, उस छोटी सी उम्र में वैभव ने रणजी ट्राफी में अपने करियर का आगाज़ किया है। महज 12 साल के वैभव सूर्यवंशी ने अपनी प्रतिभा से वो कमाल कर दिखाया है जो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी नहीं कर पाए।
कम उम्र में रणजी में डेब्यू करने वाले वैभव दूसरे खिलाड़ी
बता दें कि पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्राफी में बिहार के वैभव सूर्यवंशी शामिल हुए हैं, जिन्होंने महज 12 साल 284 दिन की उम्र में बिहार रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया है। सबसे कम उम्र में रणजी में अपने करियर की शुरुआत करने वाले वैभव दूसरे खिलाड़ी हैं। इसके पहले अलीमुद्दीन ने 12 साल 2 महीने 18 दिन की उम्र में रणजी खेलना शुरु किया था। तो वहीं सचिन तेंदुलकर ने 15 साल और 232 दिन की उम्र रणजी खेलना शुरु किया था।
5 साल की उम्र से शुरु किया क्रिकेट खेलना
27 मार्च 2011 को पैदा हुए वैभव को बचपन से ही क्रिकेट खेलना पसंद था। उन्होंने शुरु से ही बल्लेहबाजी की प्रैक्टिस लेदर बॉल से की थी। और पांच साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था।
49 सेंचुरी, 3 डबल सेंचुरी का रिकॉर्ड
बता दें कि वैभव सूर्यवंशी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और वो पिछले एक साल में हर फॉर्मेट के मैचों में 49 सेंचुरी और 3 डबल सेंचुरी बना चुके हैं। पिछले साल हुए हेमन ट्रॉफी के लीग और सुपर लीग मैच में सबसे ज्यादा 670 रन बनाने वाले क्रिकेटर थे। बीसीए ने वैभव की प्रतिभा और परफॉर्मेंस के आधार पर उन्हें रणजी में खेलने का मौका दिया। अक्टूबर 2023 में वीनू मांकड़ टूर्नामेंट के अंडर-19 में वैभव का सिलेक्शन हुआ। चंडीगढ़ में आयोजित टूर्नामेंट में बिहार की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 393 रन बनाए, जिसमें एक सेंचुरी और तीन हाफ सेंचुरी शामिल था।
इंग्लैंड के खिलाफ बनाए 50 रन
अंडर-19 में इंडिया के लिए सेलेक्ट होने के बाद आंध्र प्रदेश में आयोजित टूर्नामेंट में वैभव सूर्यवंशी ने इंग्लैंड के खिलाफ 50 रन बनाए थे। अन्य टीमों के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। फिर उन्हें कूच बिहार ट्रॉफी के लिए जमशेदपुर भेज दिया गया, जहां उन्होंने मैच में सेंचुरी बनाई। और अब उन्होंने रणजी टॉफी में अपने करियर की शुरुआत करके कमाल कर दिया है।