Ayodhya Ram Mandir: हाईटेक सुविधाओं से लैस होगी रामनगरी अयोध्या, दीवारों पर दिखाई देंगे रामकथा प्रसंग
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इन दिनों तैयारियां तेज हैं। रामलला को उनकी जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में विराजमान किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही शहर को भी अलग लुक दिए जाने पर काम चल रहा है।
Ayodhya Ram Mandir:उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इन दिनों तैयारियां तेज हैं। रामलला को उनकी जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में विराजमान किए जाने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही शहर को भी अलग लुक दिए जाने पर काम चल रहा है। इसका एहसास आपको रामनगरी अयोध्या की सड़कों पर चलते हुए हो जाएगा। सरयू किनारे स्थित रामनगरी अपनी पौराणिक आभा के अनुरूप सज-संवर रही है।
पौराणिक स्वरूप के साथ मॉडर्न टेक्नॉलजी से सज रही अयोध्या
पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निर्देशन में अयोध्या नगरी विकास के नित नए प्रतिमान गढ़ रही है। प्रदेश सरकार का प्रयास है, जब 22 जनवरी को पीएम मोदी रामलला को उनके भव्य मंदिर में विराजमान करें तो, यहां आने वाले श्रद्धालु उस क्षण के साथ सुंदर, भव्य और अलौलिक अयोध्या की छवि भी अपने मन-मंदिर में बसा लें।
अयोध्या को पौराणिक स्वरूप के साथ ही मॉडर्न टेक्नॉलजी से भी सजाया-संवारा जा रहा है। इसी के मद्देनजर शहर को मॉडल सोलर सिटी (Model Solar City)के रूप में विकसित किया जा रहा है। सरयू किनारे 40 मेगावॉट का सोलर प्लांट लगाया जा रहा है। इसी के साथ लोगों को भी सोलर सिस्टम (solar system) लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट मॉडर्न (intelligent traffic management modern) होती अयोध्या की कहानी बता रहा है। इसके अलावा यहां के प्रमुख 4 स्थानों हनुमानगढ़ी, नयाघाट, अयोध्या रेलवे स्टेशन और गुप्तारघाट पर वाई-फाई (Wi-Fi) की सुविधा भी प्रदान कर दी गई है...
राम नगरी में मिलेगी रामायण कालीन वृक्षों की छाया
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सहादतगंज से नया घाट तक करीब 13 किलोमीटर लंबे 'रामपथ' का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। राममंदिर के आसपास क्षेत्रों में कामन बिल्डिंग कोड लागू किया गया है। इससे रामनगरी की सुंदरता अलग ही नजर आएगी। इसके अलावा राम मंदिर के डिज़ाइन की तर्ज पर शहर में भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण... मार्ग के दोनों ओर रामायण कालीन वृक्षों की छाया, गुप्तार घाट से जानकी घाट तक विकास और सुंदरीकरण का कार्य सहित यात्रियों की सुविधाओं के लिए नया घाट के निकट, भव्य पर्यटन सुविधा केंद्र का निर्माण भी हो रहा है।
'रामायण कालीन' दृष्टांतों से सजी रामनगरी
रामनगरी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए, अयोध्या धाम की पंचकोसी और चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का सुंदरीकरण और चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके अलवा परिक्रमा मार्ग पर 'रामायण कालीन' दृष्टांतों को दीवारों पर उकेरा गया है। परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले 208 पौराणिक महत्व के स्थलों का भी सुंदरीकरण किया जा रहा है। वहीं लगभग दो हजार वर्गमीटर के परिक्षेत्र में क्वीन मेमोरियल पार्क का विकास किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे दक्षिण कोरिया और भारत के प्राचीन मैत्री संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन
'कुंडों का नगर' कहे जाने वाले अयोध्या के 108 से भी अधिक कुंडों का पुनरोद्धार किया जा रहा है। साथ ही पौराणिक सूर्यकुंड पर लाइट ऐंड साउंड शो का संचालन भी हो रहा है। श्रृद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प हो रहा है। रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा। रामनगरी को भारत के विभिन्न नगरों से 4 या 6 लेन रोड कनेक्टिविटी की जा रही है।
अयोध्या में चल रहीं 30 हजार करोड़ की विकास योजनाएं
अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल (Ayodhya Division Commissioner Gaurav Dayal) ने बताया कि अयोध्या में 30,500 करोड़ की विकास योजनाएं चल रही हैं। इनमें कई पूरी हो गई हैं, जबकि कई का निर्माण पूरा होने जा रहा है। प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या की 6 हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। अयोध्या के पौराणिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए मॉडर्न सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। 14 कोसी और 5 कोसी परिक्रमा मार्गों को भी चौड़ा किया जा रहा है।