Abdul Kalam death anniversary : पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर मदरसों में लगेंगे साइंस एग्जीबिशन - दानिश आजाद अंसारी

उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (Minister of State for Minority Welfare) दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर समस्त मदरसों में साइंस एग्जीबिशन लगाया जाएगा।

Abdul Kalam death anniversary : पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर मदरसों में लगेंगे साइंस एग्जीबिशन - दानिश आजाद अंसारी

Abdul Kalam death anniversary : उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (Minister of State for Minority Welfare) दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर समस्त मदरसों में साइंस एग्जीबिशन लगाया जाएगा। उन्होंने गुरुवार को एक आदेश पत्र भी जारी किया है।

 मदरसों में साइंस एग्जीबिशन और संगोष्ठी का होगा आयोजन

आदेश में बताया गया है कि 27 जुलाई को भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की नौवीं पुण्यतिथि के अवसर पर उत्तर प्रदेश के समस्त मदरसों में साइंस एग्जीबिशन और संगोष्ठी की जाएगी। इस निर्देश के पीछे राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी का मकसद मुस्लिम नौजवानों के बीच सकारात्मक सोच और मुख्यधारा की शिक्षा को बढ़ावा देना है।

युवाओं के लिए प्रेरणादायक एवं अनुसरणीय

इस आदेश में जिक्र है, ''27 जुलाई 2024 को भारत रत्न, पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब की नौंवी पुण्यतिथि है। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम साहब ने अपने जीवन में विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण कार्य किए हैं, जो भारत के करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणादायक एवं अनुसरणीय हैं। अतः छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने हेतु 27 जुलाई, 2024 को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी स्मृति में उत्तर-प्रदेश के समस्त मदरसों में विज्ञान प्रदर्शनी/संगोष्ठी आयोजित कराना सुनिश्चित करें।''

27 जुलाई को एपीजे अब्दुल कलाम की नौवीं पुण्यति

बता दें कि भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक थे, जो 'मिसाइल मैन' के नाम से भी मशहूर हैं। उन्हें विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के चलते सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार भारत रत्न से नवाजा गया। 27 जुलाई 2015 को आईआईएम शिलांग में लेक्चर देते हुए उनका दिल का दौरा पड़ने से देहांत हो गया था।