Cryptocurrency: क्या है क्रिप्टोकरेंसी? जानिए इसके फायदे और नुकसान
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है। क्रिप्टोकरेंसी डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी [DISTRIBUTED LASER TECHNOLOGY] है, जिसका उपयोग करके किसी भी लेन-देन को किया जाता है।
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल करेंसी (digital currency) है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की वित्तीय लेन-देन के लिए किया जाता है। यह एक डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी [DISTRIBUTED LASER TECHNOLOGY] है, जिसका उपयोग करके किसी भी लेन-देन को किया जाता है, जो सुरक्षित और ट्रांसपैरेंट होता है।
क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत किसने और कब की
2009 में क्रिप्टोकरेंसी कि शुरुआत जापान के इंजीनियर सतोषी नाकमोतो ने बिटकॉइन से की थी। शुरुआत में बिटकॉइन को कुछ खास सफलता नहीं मिली, लेकिन धीरे-धीरे इसकी कीमत आसमान छू गई थी और ये पूरी दुनिया में छा गया था।
कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी दो प्रकार है, यहां पर हम उन दोनों क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार की बात करेंगे।
1.बिटकॉइन (Bitcoin)- बिटकॉइन पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे सतोशी नाकमोटो नामक व्यक्ति ने बनाया था। Bitcoin एक Decentralized currency है जिस पर किसी भी सरकार या कंपनी का कोई अधिकार नहीं है, कुछ समय से Bitcoin की कीमत 54 लाख 63 हजार चल रही थी, लेकिन अब इसकी कीमत लगभग 20 लाख तक है।
2.एथेरियम (Ethereum)- एथेरियम एक अन्य पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है जो 2015 में लाया गया था, इसको विटालिक ब्यूटिरिन Vitalik Buterin ने बनाया था, यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली Cryptocurrency हैं, एक साल ऐसा था कि Ethereum की कीमत सबसे कम 75 हजार रुपए थी और कुछ साल में Ethereum की कीमत 3 लाख 87 हजार तक हो गई है।
कुछ समय पहले ही Ethereum के दो भाग में बांट दिया गया है, जिनमें से एक तो Ethereum (ETH) ही है और एक Ethereum Classic (ETC) है।
ये थे क्रिप्टोकरेंसी के कुछ प्रमोख प्रकार, इस के अलावा भी कुछ क्रिप्टोकरेंसी का प्रकार हैं जैसे-
- रिप्पल (Ripple)-रिप्पल एक डिजिटल पेमेंट प्रोटोकॉल है जो वित्तीय संस्थानों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- लाइटकॉइन (Litecoin)-लाइटकॉइन बिटकॉइन का एक फॉर्क है और यह ट्रांजैक्शन की गति को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- कार्डानो (Cardano)- कार्डानो एक ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स का उपयोग किया जा सकता है।
- पॉल्कादॉट (Polkadot)- पॉल्काडॉट एक डिज़ाइन प्लेटफ़ॉर्म है जिसका मुख्य उद्देश्य अलग-अलग ब्लॉकचेन संरचनाओं को कनेक्ट करना है।
- बाइनेंस कॉइन (Binance Coin)- बाइनेंस कॉइन बिनेंस एक्सचेंज के इकोसिस्टम में उपयोग होने वाली क्रिप्टोकरेंसी है।
- सोलाना (Solana)- सोलाना एक गतिशील ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें तेज़ ट्रांजैक्शन प्रोसेसिंग की जाती है।
- पोलकॉइन (Polkacoin)- पोलकॉइन एक अन्य ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें कई विभिन्न ब्लॉकचेन संरचनाओं को एक साथ काम करने की अनुमति है।
- डॉगकॉइन (Dogecoin)- डॉगकॉइन मजाकिय क्रिप्टोकरेंसी है जिसमें एक कुत्ते की शक्ल का चित्रण होता है, लेकिन यह कई लोगों के बीच पॉपुलर हो गया है।
यह कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार हैं, पर दुनिया में और भी कई क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार उपलब्ध हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के कुछ फायदे-
1.वित्तीय स्वतंत्रता [FINANCIAL FREEDOM]- क्रिप्टोकरेंसी आपको वित्तीय लेन-देन में स्वतंत्रता प्रदान करती है, क्योंकि इसे केंद्रीय संस्थाओं या सरकारों के तरफ से नियंत्रित नहीं किया जा सकता है।
2.संचार माध्यम[COMMUNICATION MEDIUM]- क्रिप्टोकरेंसी को आप व्यक्तिगत और अंतरराष्ट्रीय [INTERNATIONAL] स्तर पर आसानी से भेज सकते हैं, जो इसे एक उपयुक्त संचार माध्यम बनाता है।
3.सुरक्षा[SAFETY]- क्रिप्टोकरेंसी के व्यवहार में आपकी व्यक्तिगत जानकारी एक निश्चित स्तर पर गोपनीय [SECRET] रहती है, जो आपकी सुरक्षा को बढ़ा देती है।
क्रिप्टोकरेंसी के कुछ नुकसान-
- मूल्य अस्थिरता[PRICE VOLATILITY]- क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य बड़े ही अस्थिर हो सकते हैं, जिससे निवेशकों को मूल्य में भारी परिवर्तनों का सामना करना पड़ सकता है।
- सुरक्षा खतरा[SECURITY THREAT]- ऑनलाइन चोरी और हैकिंग के खतरे होते हैं, और जब कोई क्रिप्टो वॉलेट हैक होता है, तो उसमें पैसे चोरी हो सकते हैं।
- साक्षरता की कमी[LACK OF LITERACY]- क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करने के लिए तकनीकी ज्ञान आवश्यक होता है, जिससे आम लोगों को इसका सही तरीके से उपयोग करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
- नियामकन की कमी[LACK OF REGULATION]- क्रिप्टोकरेंसी के बिना किसी सरकारी नियामांकन के, गलत उपयोग और अवैध गतिविधियों का खतरा बढ़ सकता है।
- प्राकृतिक संकटों का प्रभाव[LACK OF NATURAL HAZARDS]- क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में बदलाव प्राकृतिक आपदाओं और समाजिक घटनाओं के प्रभाव में भी हो सकता है, जो निवेशकों को प्रतिस्पर्धा से लड़ने की आवश्यकता कर सकता है।
- क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग के साथ इन पहलुओं का सामजिक और आर्थिक प्रभाव होता है, और लोगों को सावधान रहने और समझदारी से निवेश करने की आवश्यकता होती है।
इस क्रिप्टोकरेंसी का ये आर्टिकल साफ़ करता है कि डिजिटल मुद्रा[DIGITAL CURRENCY] का आगमन वित्तीय प्रणालियों[SYSTEMS] को पूरी तरह से बदल दिया है। इसके लाभ और नुकसान दोनों हैं। क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग निवेश के रूप में किया जा सकता है, लेकिन यह स्वावलंबी[SELF SUPPORTING] रूप से अधिक धोखाधड़ी और निवेश के लिए बड़ी जोखिम हो सकता है। इसलिए, लोगों को इस नई तकनीक के साथ सावधान रहना चाहिए और समझदारी से निवेश करना चाहिए।
इसके अलावा , क्रिप्टोकरेंसी के आने वाले समय में वित्तीय प्रणालियों के लिए बड़े बदलाव का संकेत है, जिससे लोगों को वित्तीय स्वतंत्रता और नए निवेश अवसर मिल सकते हैं। इसलिए, समय के साथ और जानकारी के साथ, क्रिप्टोकरेंसी एक महत्वपूर्ण भविष्य की ओर बढ़ सकती है, परंतु सतर्कता और शिक्षा महत्वपूर्ण हैं।