Syria: सीरिया के मिलेट्री एकेडमी पर ड्रोन हमला, 100 लोगों की मौत, दो सौ से ज्यादा घायल
सीरिया के होम्स शहर में कैडेट ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान सैन्य अकादमी पर ड्रोन से हमला हुआ। इस हमले में कम से कम 100 लोग मारे गए है। जानकारी के मुताबिक, घटना में 100 कैडेट्स की मौत हो गई, जबकि 240 से ज्यादा लोग घायल हो गए है।
Syria: सीरिया के होम्स शहर में कैडेट ग्रेजुएशन सेरेमनी (Cadet Graduation Ceremony) के दौरान सैन्य अकादमी (military academy) पर ड्रोन से हमला हुआ। इस हमले में कम से कम 100 लोग मारे गए है। जानकारी के मुताबिक, घटना में 100 कैडेट्स की मौत हो गई, जबकि 240 से ज्यादा लोग घायल हो गए है। मृतकों में 6 बच्चे और 6 महिलाओं समेत 14 आम नागरिक भी शामिल है। सीरियाई सेना का कहना है कि हमले में मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
सशस्त्र बलों के जनरल कमांड के एक बयान का हवाला देते हुए सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना के मुताबिक, गुरुवार दोपहर समारोह समाप्त होने के तुरंत बाद विस्फोटकों से लदे कई ड्रोनों ने अकादमी को निशाना बनाया।
मिली रिपोर्ट के मुताबिक, मिलेट्री एकेडमी में ग्रेजुएशन सेरेमनी (graduation ceremony) चल रही थी। लोग ग्राउंड में चले गए थे और तभी वहां पर धमाका हुआ। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो बम कहां से आया, बस चारों ओर लाशें ही दिखाई दे रही थीं।
सीरियाई सशस्त्र बलों (Syrian Armed Forces) के जनरल कमांड के बयान के मुताबिक, ‘सशस्त्र बल इस हमले को आपराधिक मानता है और पुष्टि करता है कि वह इन आतंकवादी समूहों को पूरी ताकत और दृढ़ संकल्प के साथ जवाब देगा, चाहे वे कहीं भी हों।
जानकारी के मुताबिक, हमले में मारे गए लोगों में कैडेट्स के परिवार, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। अब तक किसी भी व्यक्ति या समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (Syrian Observatory for Human Rights) के मुताबिक, देश के रक्षा मंत्री अली महमूद अब्बास (Defense Minister Ali Mahmood Abbas) ने समारोह में भाग लिया था, लेकिन हमले से कुछ मिनट पहले ही वो वहां से चले गए थे। उनके सेरेमनी से जाते ही हथियारबंद ड्रोन ने वहां भयानक बमबारी और गोलाबारी शुरू हो गई।
सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन ने हमले को भयानक बताते हुए दशकों से चल रहे संघर्ष में सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, राजदूत ने कहा है कि 'सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों का सम्मान करना चाहिए और नागरिकों के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। आज का घटनाक्रम इस बात को और उजागर करता है कि सार्थक राजनीतिक रास्ते के अभाव में सीरिया में यथास्थिति टिकाऊ नहीं है। मुझे डर है कि हमें सुरक्षा स्थिति सहित और भी गिरावट देखने को मिलेगी।
2011 में राष्ट्रपति बशर अल-असद (President Bashar al-Assad) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ ही सीरिया का संघर्ष शुरू हुआ था। जो आगे चलकर सिविल वॉर में बदल गया। वहां पर अब तक हजारों लोग जान गंवा चुके है, जबकि लाखों लोगों को देश छोड़कर जाना पड़ा है।