Sikkim Flash Flood: सिक्किम में आई बाढ़ के चलते 15 अक्टूबर तक सभी स्कूल, कॅालेज बंद करने के निर्देश।

Sikkim Flash Flood: बीते बुधवार 3 अक्टूबर को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी और सेना के 23 जवान लापता हो गए थे।

Sikkim Flash Flood: सिक्किम में आई बाढ़ के चलते 15 अक्टूबर तक सभी स्कूल, कॅालेज बंद करने के निर्देश।

Sikkim Flash Flood: बीते बुधवार 3 अक्टूबर को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील (Lhonak Lake) पर बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी और सेना के 23 जवान लापता हो गए थे। जिसके बाद सरकार ने 8 अक्टूबर तक सभी शैक्षणिक स्थान बंद (educational space closed) करने के निर्देश दिए थे, लेकिन बिगड़ते हालात को देखते हुए अब इस समय सीमा को 15 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ये सर्कुलर तीस्ता नदी बेसिन में अचानक आई बाढ़ के कारण सिक्किम में स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अगली सूचना तक बंद करने के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निर्देश के कुछ घंटों के अंदर लिया गया। 

हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तीस्ता ऊर्जा को भी हुआ नुकसान 

सिक्किम की सबसे बड़ी हाइड्रोपॉवर परियोजना चंगथांग बांध को भी बाढ़ की वजह से काफी नुकसान पहुंचा है। बता दें कि चंगथांग बांध तीस्ता स्टेज़ थ्री की 1200 मेगावॉट हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना का हिस्सा है जिसमें सिक्किम सरकार एक बड़ी हिस्सेदार है। हाइड्रोपावर को हुए इस नुकसान से अब बिजली उत्पादन में भी समस्या आ सकती है।

इन जिलों में हुए सबसे ज्यादा नुकसान

सिक्किम के 4 जिलों- मंगन, गंगटोक, पाक्योंग और नामची में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। यहां 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।

पर्यटकों का सिक्किम आने पर रोक

देश की खूबसूरत जगहों में से एक सिक्किम में हर साल लाखों  लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। वॉटर फॉल्स, ऊंचे पहाड़ों, वादियों, नदियों, झीलों, सुंदर झरनों जैसे सुंदर नजारों वाले सिक्किम में  दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा पर्वत शिखर कंचनजंगा भी है, जिसकी उंचाई 8598 मीटर है। अचानक आई बाढ़ के बाद अब सरकार ने एडवाइजरी जारी करके पर्यटकों को कुछ समय तक यहां न आने की चेतावनी दी है।

राहत और बचाव कार्य में जुटी भारतीय सेना 

बाढ़ में फंसे लोगों को भारतीय सेना के जवान सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं। साथ ही लापता सैनिकों की तलाश भी जारी है। हेलिकॉप्टरों से स्थानीय लोगों को खाने पीने की सामग्रियों समेत कई दूसरी जरूरी सामानों की सप्लाई भी की जा रही है।   

नेपाल में आए भूकंप का असर  

देश के वैज्ञानिक सिक्क्किम में आई आपदा को लेकर ये आशंका जता रहे हैं कि सिक्किम में बादल फटने का कारण कहीं ना कहीं नेपाल में आया भूकंप हो सकता है। सिक्किम में जब बादल फटा तो ल्होनक झील इतना पानी रोक नहीं पाई और तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई। इस तरह की घटनाओं में हो रही बढ़ोतरी क्लाइमेट चेंज याानि जलवायु परिर्वतन के बढ़ते खतरे को लेकर एक बड़ी चेतावनी है।