Jharkhand Staff Selection Commission: विवादों के घेरे में झारखंड की स्टाफ सेलेक्शन की नियुक्ति, छात्रों ने किया प्रदर्शन
झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन यानि JSSC द्वारा राज्य में नगर पालिका सेवा संवर्ग के 921 पदों पर नियुक्ति के लिए 29 अक्टूबर 2023 को परीक्षा आयोजित की गई थी जो अब विवादों में घिर चुकी है।
Staff selection in Jharkhand: झारखंड के स्टाफ सेलेक्शन की नियुक्ति का मामला अब विवादों के हत्थे चढ़ चुका है। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन यानि JSSC द्वारा राज्य में नगर पालिका सेवा संवर्ग के 921 पदों पर नियुक्ति के लिए 29 अक्टूबर 2023 को परीक्षा आयोजित की गई थी जो अब विवादों में घिर चुकी है।
छात्रों ने किया हंगामा
झारखंड के रांची, जमशेदपुर, धनबाद समेत कई केंद्रों पर ली गई इस परीक्षा में कई जगहों पर प्रश्न पत्र के पैकेट का सील टूटा होने, कुछ केंद्रों पर परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट न मिलने, बुकलेट पर सीरियल नंबर प्रिंट न होने या मार्कर-पेन से लिखे होने जैसी शिकायतें मिली थीं। इसे लेकर कई केंद्रों पर छात्रों ने हंगामा किया था।
परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर सीबीआई जांच की मांग
स्टाफ सेलेकशन कमीशन ने पहले छात्रों की शिकायतों को खारिज कर दिया था और हंगामा करने वाले कई छात्रों पर एफआईआर दर्ज कराई थी। छात्रों की शिकायतों के मद्देनजर कमीशन ने अब पांच केंद्रों की परीक्षा रद्द कर दी है। अब छात्रों के संगठन और विपक्षी दलों के नेता परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने रांची में मोरहाबादी मैदान से लेकर राजभवन तक न्याय मार्च निकाला और परीक्षा में गड़बड़ियों की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
नेता प्रतिपक्ष ने झारखंड की नौकरियों को बेचने का लगाया आरोप
झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने नगरपालिका सेवा संवर्ग संयुक्त परीक्षा की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार से अभ्यर्थियों पर हुई एफआईआर को भी वापस लेने की मांग की है।
बाउरी ने कहा कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की गलती के कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, यह राज्य की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार झारखंड की नौकरियों को बेचने की कोशिश कर रही है।