Sitapur murder case : जमीनी विवाद को लेकर बेटे ने की मां की हत्या, सिर काटकर जंगल में फेंका

यूपी के जिला सीतापुर से एक मामला सामने आया है जहां एक बेटे ने जमीनी विवाद को लेकर बेहरमी से हत्या कर दी। इतना ही नही मां का सिर काटकर जंगल में ले जाकर फेंक दी।

Sitapur murder case : जमीनी विवाद को लेकर बेटे ने की मां की हत्या, सिर काटकर जंगल में फेंका

Sitapur murder case: उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक बेटे ने महज 6 बीघा जमीन के लिए अपनी मां की गर्दन काटकर हत्या की थी। ह्त्या के बाद गर्दन को जंगल में छिपा दिया। जानकारी के मुताबिक वह पहले ही 15 बीघा जमीन अपने नाम करा चुका था। लेकिन उसे शक था कि उसकी मां कमला बाकी बची हुई जमीन छोटे बेटे के नाम कर सकती है। इसलिए, वह हर-रोज जमीन को लेकर विवाद करता था। बीते दिन भी इसी बात को लेकर कहा सुनी हुई जिसके बाद लड़के ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।

जमीनी विवाद को लेकर की हत्या 

पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी बेटे दिनेश ने अपनी मां का सिर काटकर गन्ने के खेत से होते हुए जंगल में छिप गया। आरोपी के हाथ में हथियार (घास काटने वाली हसिया) थी। उसे ढूंढ़ने के लिए कई थाने की फोर्स बुलाई गई। जंगल में चारों तरफ से कॉबिंग की गई। जिसके 6 घंटे बाद उसे गिरफ्तार किया गया। वह जंगल में एक पेड़ के नीचे कटा हुआ सिर लेकर बैठा हुआ था। पुलिस ने बताया कि  पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसने बताया कि उसकी मां बकरियां चराने के लिए बैठी थी। मैंने उससे जमीन अपने नाम करने के लिए आखिरी बार पूछा। उसने मना कर दिया। मैं गुस्से में आ गया। मैंने हाथ में लिए हुए हथियार से ही मां की गर्दन पर प्रहार कर सिर धड़ से अलग कर दिया।

लंबे समय से चल रहा था विवाद

ग्रामीणों से बातचीत करने पर पता चला कि मृतिका कमला और बेटे दिनेश के बीच जमीन को लेकर महीनों से विवाद चल रहा था। आरोपी दिनेश मां से अलग गांव में अपनी पत्नी के साथ रहता था। जबकि उसकी मां अपने छोटे बेटे के साथ रहती थी। गांव वालों के मुताबिक आरोपी दिनेश काफी झगड़ालू किस्म का आदमी था। इसलिए, उससे कोई भी बात करना पसंद नही करता था। ज्यादातर लोग उससे दूरी बनाकर रहते थे। गांव वाले कहते हैं कि कुछ साल पहले अपनी पत्नी की भी हत्या कर उसके शव का अंतिम संस्कार करा दिया था।  

आरोपी दिनेश के मौसेरे भाई संजय ने बताया कि मौसी पहले ही 15 बीघा जमीन अपने बड़े बेटे दिनेश के नाम कर चुकी थी। उनके पास 6 बीघा जमीन बची थी। मौसी पिछले कुछ दिनों से काफी बीमार चल रही थी। ऐसे में उनका छोटा बेटा उनकी ख्याल रखता था। वो दो दिन से अपनी मां को दवा कराने ले जा रहा था। बड़े बेटे को इस बात का ड़ था कि कहीं मां बची हुई जमीन छोटे भाई के नाम न करा दें, इसी को लेकर दोनों मां-बेटे में विवाद हुआ था और बेटे ने मां की बेरहमी से हत्या कर दी ।