Rosalynn Carter: पूर्व अमेरिकी प्रथम महिला रोजलिन कार्टर का 96 साल की उम्र में निधन

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर की पत्नी रोजलिन कार्टर ने दुनिया को अलविदा कह दिया है।

Rosalynn Carter: पूर्व अमेरिकी प्रथम महिला रोजलिन कार्टर का 96 साल की उम्र में निधन

Rosalynn Carter: अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर की पत्नी रोजलिन कार्टर ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 96 वर्ष की उम्र में रविवार को कार्टर ने जॉर्जिया प्लेन्स स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। इस घटना की सूचना अमेरिकी सरकार ने एक बयान जारी कर दी है।

समाजसेवी और स्वास्थ सुधारक

बता दें कि कार्टर मानसिक स्वास्थ्य सुधारक और समाजसेवी थीं जो महिलाओं के अधिकारों को लेकर खासी सक्रिय रही। उनकी सेवा और करुणा का जीवन सभी अमेरिकियों के लिए एक उदाहरण था।

इसी साल मनाई 77वीं सालगिरह

अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति और 2002 में नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्तकर्ता जिमी कार्टर और रोजलिन कार्टर की शादी साल में हुई थी  इसी के साथ दोनों ने इसी साल 2023 में अपनी शादी की 77वीं सालगिरह मनाई थी।

पति ने किया याद

जिमी कार्टर ने पत्नी को याद करते हुए एक बयान में कहा कि, 'मैंने जो कुछ भी हासिल किया उसमें रोजलिन मेरी बराबर की भागीदार थी। जब मुझे जरूरत थी तब उन्होंने मुझे रास्ता दिखाया और मेरा हैसला बढ़ाया।' जिमी कार्टर ने आगे कहा कि''जब तक रोजलिन इस दुनिया में रहीं मुझे यह पता था कि कोई है जो मुझे प्यार करता है और हमेशा मेरे साथ खड़ा है।''

बेटे ने लिखा मां के नाम संदेश 

चिप कार्टर ने कहा, "एक प्यारी मां और असाधारण प्रथम महिला होने के अलावा, मेरी मां अपने आप में एक महान मानवतावादी थीं।" चिप ने आगे लिखा कि न केवल हमारे परिवार को बल्कि उन कई लोगों को भी उनकी बहुत याद आएगी जिनके पास आज बेहतर मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और संसाधनों तक पहुंच है। बता दें कि उनके परिवार में उनके बच्चे जैक, चिप, जेफ और एमी और 11 पोते और 14 परपोते हैं। 

डिमेंशिया नामक बीमारी से थी ग्रस्त

रोजलिन की संस्था कार्टर सेंटर ने बताया कि पिछले साल मई में पता चला की उन्हें डिमेशिया नाम की बीमारी है। उनका खूब इलाज कराया गया। इसके बाद फरवरी में उनके पति ने उनका इलाज घर में ही कराना शुरू कर दिया। बता दें, जिमी के कार्यकाल के दौरान इस्राइल और मिस्र के बीच शांति समझौता हुआ था, जो उस दौरान काफी टेढ़ी खीर मानी जाती थी। इस सफलता के लिए वैश्विक पटल पर उनकी खूब सराहना हुई। हालांकि, महंगाई और ईरान संघर्ष के कारण उन्हें काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। परिस्थितियां कैसी भी रही हों, रोजलिन हमेशा अपने पति के साथ खड़ीं रहीं।