Priyanka Gandhi In Himanchal: प्रियंका गांधी की हिमाचल में रैली,कहा- मेरा दिल हिमाचल में बसता है
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी आज हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने ऊना के गगरेट में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हमीरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा और विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार राकेश कालिया के लिए मतदान करने की अपील की ।
Priyanka Gandhi In Himachal: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) आज हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने ऊना के गगरेट में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हमीरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा और विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार राकेश कालिया के लिए मतदान करने की अपील की ।
कुटलैहड़ में रैली को कर रही संबोधित
इसके बाद प्रियंका गांधी कुटलैहड़ में रैली को संबोधित कर रही। इस दौरान उन्होंने गगरेट रैली में कहा- प्रधानमंत्री अक्सर कहते हैं कि हिमाचल उनका दूसरा घर है। लेकिन जब आपदा आई तो एक बार प्रधानमंत्री यहां नहीं आए। राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्र से एक भी रुपया नहीं आया। जब हिमाचल आपदा से बाहर निकलने लगा तो मोदी और अमित शाह ने धनबल के सहारे सरकार गिराने की कोशिश की। 100-100 करोड़ देकर विधायकों को खरीदने वाले धर्म की बात करते हैं।
BJP धर्म के नाम पर वोट मांगती - प्रियंका
आगे प्रियंका ने कहा कि चुनाव के समय BJP धर्म की बातें करती है, बाकी समय सरकार को गिराने जैसी राजनीति करती है। मोदी अपने आप को देवता समान समझने लगे हैं। सोचते हैं कि उन्हें धर्म के नाम पर वोट मिल जाएगा। प्रियंका ने कहा- पीएम मोदी ने देश की संपत्ति अपने करोड़पति दोस्तों के हाथ बेच दी। सेब, कोयला, बंदरगाह, हवाई अड्डा, सब अपने प्रिय मित्र के हाथों बेच दिया। देश के 22 खरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिया, लेकिन किसान का कर्ज माफ नहीं किया। बड़े-बड़े अरबपतियों को बढ़ावा देकर किसानों को खत्म किया जा रहा है, क्योंकि BJP जानती है कि वोट तो धर्म के नाम पर मिल जाएगा। हिमाचल में उनका स्थाई घर है, उनका दिल दिल्ली में नहीं हिमाचल में बसता है। इसलिए वें बार-बार हिमाचल में यहां की भोली भाली जनता से मिलने आती हैं।
केंद्र ने हिमाचल को एक रुपया नहीं दिया - प्रियंका
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री अक्सर कहते हैं कि हिमाचल उनका दूसरा घर है। हिमाचल में जब आपदा आई तो एक भी बार प्रधानमंत्री नहीं आए। हिमाचल में राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्र से एक भी रुपया नहीं आया। ऐसी आपदा में केंद्र राष्ट्रीय आपदा घोषित करता है। मगर, केंद्र ने राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं की। इससे राज्य सरकार ने अपनी संपत्ति से राहत एवं बचाव कार्य किया।