Parliament special: चीन को लेकर लोक सभा में राजनाथ सिंह और अधीर रंजन के बीच तीखी बहस
Parliament special: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोक सभा में गुरुवार को चीन को लेकर चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी बहस हुई।
Parliament special: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन लोक सभा (Lok Sabha) में गुरुवार को चीन को लेकर चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी बहस हुई। चौधरी के चीन पर बहस करने की चुनौती का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन पर चर्चा के लिए पूरी हिम्मत है और वे सीना चौड़ा कर चर्चा के लिए तैयार हैं।
दरअसल, राजनाथ सिंह गुरुवार को लोक सभा में चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफलता और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की अन्य उपलब्धियों पर सरकार की तरफ से बोल रहे थे। तभी उनके भाषण के बीच में अधीर रंजन चौधरी (Congress leader Adhir Ranjan Chaudhary) ने उनसे पूछा कि, क्या चीन पर चर्चा करने की हिम्मत है? राजनाथ सिंह ने अधीर रंजन चौधरी को जवाब देते हुए कहा, "पूरी हिम्मत है, पूरी हिम्मत है।"
इस बीच अधीर रंजन चौधरी के साथ कई विपक्षी सांसदों ने पूछना शुरू कर दिया कि चीन (india china dispute) ने हमारे देश की कितनी भूमि पर कब्जा किया है। इस पर राजनाथ सिंह ने अधीर रंजन चौधरी को संबोधित करते हुए फिर कहा कि, "पूरी हिम्मत है, अधीर जी इतिहास में मत ले जाओ, चर्चा के लिए तैयार हूं। सीना चौड़ा करके चर्चा के लिए तैयार हूं।"
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लोक सभा में बोलते हुए कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता भारत के लिए निश्चित तौर पर बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि दुनिया के कई विकसित राष्ट्रों को पीछे छोड़कर चांद के दक्षिणी ध्रुव (south pole of the moon) पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ दुनिया के अधिकांश विकसित देश हैं, जो भारत से कहीं अधिक संसाधन-संपन्न होते हुए भी चांद पर पहुंचने के लिए अब भी प्रयासरत हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हम बेहद सीमित संसाधनों से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले दुनिया के पहले देश बन गए हैं।
उन्होंने इसके लिए इसरो के सभी वैज्ञानिको (Indian scientists) को बधाई देते हुए कहा कि आज केवल उन्हें ही नहीं, सरकार को ही नहीं, इस सदन को ही नहीं, बल्कि पूरे देश को अपने इन वैज्ञानिकों पर गर्व है।