Parakram Diwas: पराक्रम दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन, कहा प्रेरणा देता है उनका जीवन

सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री आज मंगलवार शाम 6:30 बजे लाल किले में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में भी शामिल होंगे जहां नेताजी और आजाद हिंद फौज की विरासत का स्मरण होगा।

Parakram Diwas: पराक्रम दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने  नेताजी को किया नमन, कहा प्रेरणा देता है उनका जीवन

Parakram Diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती के अवसर पर उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हुए उन्हें नमन किया है। उनकी जयंती को देशभर में पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम को लाल किले में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

एक्स पर शेयर किए वीडियो

पीएम ने नेताजी के जीवन और साहस को याद करते हुए उनके बारे में दिए गए अपने भाषणों के कुछ वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को शुभकामनाएं। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हम उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। देश की आजादी के प्रति उनका अटूट समर्पण प्रेरणा देता रहता है।"

पीएम करेंगे भारत पर्व का उद्घाटन

सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री आज मंगलवार शाम 6:30 बजे लाल किले में पराक्रम दिवस कार्यक्रम में भी शामिल होंगे जहां नेताजी और आजाद हिंद फौज की विरासत का स्मरण होगा। इस दौरान वह गणतंत्र दिवस की झांकी तथा सांस्कृतिक प्रदर्शनियों के साथ देश की समृद्ध विविधता दिखाने वाले भारत पर्व का भी उद्घाटन करेंगे।

31 जनवरी तक चलेगा भारत पर्व

भारत पर्व 31 जनवरी तक चलेगा। यह गणतंत्र दिवस झांकी और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ देश की समृद्ध विविधता को दिखाएगा। इसमें 26 मंत्रालयों और विभागों के प्रयास शामिल होंगे। इसमें नागरिक केंद्रित पहलों पर प्रकाश डाला जाएगा, वोकल फॉर लोकल, विविध पर्यटक आकर्षण को विशिष्ट रूप से दिखाया जाएगा। यह लाल किले के सामने राम लीला मैदान और माधव दास पार्क में होगा।

2021 से मनाया जा रहा पराक्रम दिवस

स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महान लोगों के योगदान का सम्मान करने के लिए कदम उठाने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती को 2021 से पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस साल लाल किले में आयोजित होने वाला कार्यक्रम ऐतिहासिक प्रतिबिंबों तथा जीवंत सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को एक साथ बुनने वाला बहुआयामी उत्सव होगा। आगंतुकों को अभिलेखागार की प्रदर्शनियों, दुर्लभ तस्वीरों तथा दस्तावेजों के प्रदर्शन के माध्यम से नेताजी और आजाद हिंद फौज की उल्लेखनीय यात्रा के विवरण वाले गहन अनुभव से जुड़ने का अवसर मिलेगा।